टीएनपी डेस्क(TNP DESK): फिल्म 'आदिपुरुष' पूरी तरह बनकर तैयार हो गई है. जिसके प्रमोशन के फिल्म के डायरेक्टर और सारी स्टार कास्ट रियलिटी शो के साथ-साथ तमाम मंदिरों के भी फेरे लगा रहे हैं. पिछले दिनों 'आदिपुरुष' फिल्म प्रमोशन के दौरान कृति सेनन कंट्रोवर्सी में फंस गई. जब फिल्म के डायरेक्टर ओम राउत ने उन्हें मंदिर में ही उन्हें 'किस' कर लिया.
'आदिपुरुष' फिल्म प्रमोशन के दौरान कंट्रोवर्सी में फंसी कृति
इसके बाद सोशल मिडिया के साथ पूरे देश में उनकी लोग निंदा कर रहे हैं. और हिन्दु धर्म आहत करने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं रामायण सीरीयल में सीता माता के किरदार को युगों-युगों तक अमर कर देनेवाली दीपिका चिखलिया ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कृति सेनन की जमकर आलोचना की हैं. और कहा है कि मैंने जब माता सीता का किरदार निभाया तो लोग आज तक मुझे गले तक नहीं लगाते थे. किस करना तो दूर की बात है.
“आजकल के एक्टरों के लिए रामायण महज एक फिल्म है”
वहीं कहा कि आजकल के एक्टरों के लिए रामायण महज एक फिल्म है. जिसके रिलीज के बाद फिल्म की स्टारकास्ट भूल जायेगी. इन्हें अपने किरदार में घुसना और उसके पीछे लोगों के इमोशन को समझना नहीं आता है. कृति सेनन को ये हमेशा याद रखना चाहिए कि वो किस मर्यादित और पतिव्रता महान महिला का किरदार निभा रही हैं. माता सीता से लोगों की भक्ति और आस्था जुड़ी है. इस तरह की हरकत सही नहीं है.
“कहीं भी जाती हूं मुझे सीता माता के रुप में ही सम्मान दिया जाता है”
आगे दीपिका चिखलिया ने कहा कि आजकल हग या किस करना बड़ी बात नहीं है. ये गलत भी नहीं है. लेकिन जब आप कोई ऐसा किरदार निभा रहे होते है.जिससे जनमानस की भावना जुड़ी है तो आपको उस किरदार को महज एक रोल समझने की भूल नहीं करनी चाहिए. मंदिर परिसर में इस तरह की हरकत निश्चित ही गलत है. कृति सेनन आज के दौर की एक्ट्रेस हैं. लेकिन जब मैं माता सीता का किरदार निभा रही था तब लोग मुझे साक्षात भगवान का दर्जा देते थे. और सेट पर ही पैर छुने लगते थे. आज भी कहीं भी जाती हूं मुझे सीता माता के रुप में ही देखा और सम्मान दिया जाता है.