टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-फूलों की कई प्रजातियां है, घर के बागान से लेकर मैदान और जंगल में भी तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल दिख जाते हैं. कोई फूल अपनी खुशबू तो कोई अपने औषधीय गुणों के कारण जाना जाता है. लेकिन, आपको इस लेख में दुनिया के सबसे बड़े आकार के फूल से परिचय करवाते हैं, जो इतना बड़ा है कि हर कोई इसे देखता ही रह जाएगा. रैफ्लेशिया प्रजाति के फूल जिनका आकार अब तक पाए सभी फूलों में सबसे अधिक पाया गया है. चार फीट तक व्यास और 10 किलो तक वजन वाले रैफ्लेशिया सभी फूलों से सबसे बड़ा है. इस फूल का दूसरा नाम लाश फूल (Corpse Flower) भी कहा जाता है क्योंकि इसमे सड़ी हुई लाश के जैसी दुर्गंध आती है.
इंडोनेशिया के वर्षावनों मे पाया जाता है रैफ्लेशिया
इंडोनेशिया के वर्षावनों के सुमात्रा के जंगलों पाए जाने वाले इन रैफ्लेशिया फूलों की खोज डॉक्टर जोसेफ अर्नाल्ड की टीम ने साल 1971 से 1974 के दौरान की गई थी. इस टीम के लीडर सर थॉमस स्टैमफोर्ड रेफ्लस के नाम पर ही पूरा ही पुष्प की आकृति वाले इस पौधे का नाम पड़ा. रैफ्लेशिया फूलों की अब तक 26 प्रजातियों की खोज की जा चुकी है. इनमें से 10 प्रजातियों को विश्व के सबसे बड़े फूलों की सूची में शामिल किया गया है. इडोनेशिया के साथ-साथ रैफ्लेशिया की प्रजातियां मलेशिया और फिलिपींस में भी पाई गई हैं.
रैफ्लेशिया है एक रहस्यमयी फूल
यह फूल दुनिया में अपने आकार औऱ खूबसूरत दिखने के चलते लोगों तो जानते ही है. इसके साथ-साथ अपनी दुर्घन्ध के लिए ये जाना जाता है. चटक लाल रंग का दिखने वाला ये फूल देखने में बेहद खूबसूरत होता है. लेकिन, इसके साथ-साथ इसमे सड़े मांस के जैसी गंध भी आती है. यह गंध परागण के लिए मांस खाने वाली मक्खियों और कीटों को आकर्षित करने के लिए होती है. स्थानीय लोग इसे मुर्दा फूल के नाम से भी जानते हैं. अगर इसे देखा जाए तो अपने आप में यह अनोखा फूल एक तरह का परजिवी पौधा है. इसमें दिखाई देने वाली पत्तियां, जड़े या तने नहीं होते .यह अपने आप को जिंदा रखने के लिए पानी और पोषक तत्वों के लिए अपने मेजबान पौधे पर निर्भर रहता है. इस फूल की खासियत ये है कि ये कुछ महीने के लिए ही खिलता है. जिसके खिलने की शुरुआत अक्टूबर महीने में होती है, जो मार्च तक पूरी तरह से खिलता है. हालांकि, ये फूल बेहद कम समय के लिए खिलकर मुरझा जाता है. बताया जाता है कि इसका जीवन चक्र बेहद ही रहस्यमयी है. वैज्ञानिक अभी भी इसकी नई प्रजातियों की खोज में लगे हुए हैं.
खतरे में रैफ्लेशिया की प्रजाति
विश्व के सबसे बड़े फूल रैफ्लेशिया की विशालतम आकार वाली प्रजातियों पर इसके खत्म होने का भी खतरा मंडरा रहा है. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों के वनस्पति वैज्ञानिकों की टीम ने की हाल ही में की गई एक शोध के मुताबिक रैफ्लेशिया की प्रजातियां खतरे में हैं. इसके पीछे वजह जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण को हो रहे नुकसान को माना जा रहा है. इसके साथ ही ये भी माना जा रहा है कि दक्षिण-पूर्व एशिया के जंगलों का जिस तरह से विनाश हो रहा है , उसके चलते भी इस फूल के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है.