शेखपुरा: खाकी , द बिहार चैप्टर आईपीएस अमित लोढ़ा के उपन्यास पर लिखी गई वेब सीरीज एक बार फिर चर्चाओं में है. यह वेब सीरिज़ बिहार के कुख्यात अपराधी अशोक महतो पर ही बनी थी.अब अशोक महतो की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि 17 साल बाद जेल से छूटने पर अशोक महतो ने मंगलवार की रात्रि में अचानक शादी कर ली.बताया जा रहा है कि लालू यादव की सलाह पर अशोक महतो ने 60 साल की उम्र में शादी रचा ली. अभी तक जिस अशोक महतो को लोग कुख्यात अपराधी के रूप में जानते थे अब इनकी इंट्री बिहार के राजनीति में भी हो सकती है. अब जानते हैं विस्तार से बिहार के इस डॉन का शादी करने के पीछे क्या है गेम प्लान
कुख्यात अपराधी की राजनीति में इंट्री
पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा थी कि लालू यादव ने अशोक महतो को शादी करने और फिर मुंगेर लोकसभा सीट से पत्नी को टिकट देकर चुनाव लड़ने की रणनीति पर सलाह दिया था.इसी रणनीति के तहत अशोक महतो ने मंगलवार की रात्रि में शादी रचा ली. सोशल मीडिया पर इस बात की खूब चर्चा भी हो रही थी कि मुंगेर लोकसभा से ललन सिंह को अशोक महतो टक्कर देंगे. उधर, सूत्रों से मिली जानकारी में बताया गया कि अशोक महतो ने पटना के बख्तियारपुर स्थित करौता गांव के माता जगदंबा स्थान मंदिर में मंगलवार की रात्रि को शादी रचा ली. बताया जाता है कि मुंगेर के बरियापुर गांव निवासी युवती से अशोक महतो ने शादी रचाई है. वह पहले दिल्ली में रहकर जॉब कर रही थी .अब अशोक महतो की पत्नी को ही राजद से टिकट देने की बात चर्चा में है.
कौन है अशोक महतो
बता दें कि अशोक महतो नवादा जिला के वारसलीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कोननपुर गांव निवासी है. 60 वर्षीय अशोक महतो कई मामलों में 17 वर्षों तक जेल में रहे. वहां से रिहा होने के बाद एक बार फिर से बिहार की राजनीति में सुर्खियों में आए और अब शादी रचाकर राजनीति में अपनी दखल देने जा रहे हैं.
चुनाव में ललन सिंह को टक्कर देने की तैयारी
मिली जानकराई के मुताबिक़ अशोक महतो अपनी पत्नी को मुंगेर लोकसभा सीट से उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक़ लालू यादव ने उन्हें पहले ही ऑफर दिया था कि वे शादी कर के चुनाव की तैयारी करें. आरजेडी ने अशोक महतो को जेडीयू सांसद ललन सिंह के खिलाफ मुंगेर से लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा है.
दर्जनों आपराधिक मामलों में 17 साल जेल में रहा बंद
90 के दशक में बिहार में आतंक का पर्याय था अशोक महतो. दर्जनों आपराधिक मामलों में इनकी संलिप्तता थी. बिहार के शेखपुरा में विधायक पर हमला करने और नवादा जेल ब्रेक कांड में उनकी अहम भूमिका रही थी. बता दे कि राजू राज सिंह हत्याकांड में भी अशोक महतो का नाम सामने आया था जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था लेकिन 2002 में वे नवादा जेल से भागने में कामयाब रहे थे. इतना ही नहीं जेल से भागने के दौरान इन्होंने तीन पुलिस अधिकारियों की हत्या भी कर दी थी.इसके बाद अशोक महतो पर जदयू विधायक रहे रणधीर कुमार सोनी पर भी जानलेवा हमला करने का आरोप लगा था. लेकिन कोई सबूत नहीं मिलने के कारण इन्हें रिहा कर दिया गया था