टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कार्तिक आर्यन की मोस्ट अवेटेड फैमिली एंटरटेनर फिल्म ‘शहजादा’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. यह फिल्म साउथ के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की तेलुगु ब्लॉकबस्टर फिल्म अला वैकुंठप्रेमलू की आधिकारिक हिंदी भाषा की रीमेक है. इस फिल्म में कार्तिक आर्यन और कृति सनोन लीड रोल में हैं, वहीं इसे रोहित धवन ने डायरेक्ट किया है. बतौर प्रोड्यूसर कार्तिक आर्यन की ये पहली फिल्म है.
शहजादा की कहानी कार्तिक आर्यन के बंटू के इर्द-गिर्द है. बंटू के पिता का किरदार परेश रावल ने निभाया है. वह एक बहुत बड़े बिजनसमैन के पीए होते हैं. लेकिन वो बंटू से बिल्कुल भी प्यार नहीं करते. बंटू एक मध्यवर्गीय जीवन जीता है, वह हमेशा सोचता रहता है कि उसके पिता उससे प्यार क्यों नहीं करते, लेकिन सब कुछ बदल जाता है जब अस्पताल में एक नर्स खुलासा करती है कि वह एक अमीर साम्राज्य का उत्तराधिकारी है.
पहले हाफ में कॉमेडी कम और ड्रामा ज्यादा
फिल्म के पहले हाफ में कॉमेडी कम और ड्रामा ज्यादा है. कार्तिक आर्यन फिर से स्क्रीन पर जंचे हैं. उन्हें स्क्रीन पर परेश रावल, कृति सनोन और सचिन खेडेकर जैसे कलाकारों का बहुत अच्छा साथ मिला है. कम कॉमेडी और ड्रामा के बावजूद भी कार्तिक ने फर्स्ट हाफ को बोरिंग नहीं लगने दिया है. कृति सेनन स्क्रीन पर बेहद खूबसूरत दिखती हैं, लेकिन फिल्म में उनके पास करने के लिए कुछ भी नहीं है. दर्शकों को बांधे रखने के लिए शहजादा के पास इंटरवल से पहले का एक एक्शन से भरपूर सीक्वेंस है, लेकिन वो सिर्फ कार्तिक आर्यन हैं, जो आपको बांधे रखता है.
दूसरे हाफ में फिल्म ट्रैक पर दौड़ने लगती है
वहीं दूसरे हाफ की बात करें तो फिल्म दर्शकों को बांधे रखती है. फिल्म और भी मनोरंजक हो जाता है. सेकेंड हाफ़ में कॉमेडी, एक्शन, ड्रामा, रोमांस और सब कुछ है. इसके साथ ही, राजपाल यादव 5 मिनट के लिए स्क्रीन पर आते हैं और वो आते के साथ ही आपको हंसाते हैं. सीटी-मार, वन-लाइनर्स और जबरदस्त एक्शन सीक्वेंस के साथ कार्तिक आर्यन यह सुनिश्चित करते हैं कि फिल्म के अंत तक आपका मनोरंजन होता रहे.
कार्तिक आर्यन ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि वह एक भरोसेमंद सुपरस्टार क्यों हैं. अभिनेता उच्च ऑक्टेन एक्शन सीन्स और कॉमेडी सीन्स को समान आसानी से निभाते हैं. नाटक सामने आने के साथ भी कार्तिक ये सुनिश्चित करते हैं कि आप स्क्रीन के माध्यम से भावनाओं को महसूस करें.
कार्तिक आर्यन इस फैमिली एंटरटेनर में जितना हो सकता है उतना ही विशाल हैं. कृति सनोन फिल्म में अपना सर्वश्रेष्ठ ग्लैमरस दिखती हैं, लेकिन उन्हें शहजादा में कोई भावपूर्ण लाइन या भूमिका नहीं दी गई है. कृति कार्तिक आर्यन के साथ ऑनस्क्रीन बहुत अच्छी लगती हैं और उनकी केमिस्ट्री निस्संदेह शानदार है.
कैसी है फिल्म और कैसा है कलाकारों का काम
परेश रावल, मनीषा कोइराला, रोनित रॉय और सचिन खेडेकर ठोस सहायक प्रदर्शन देते हैं. फिल्म में राजपाल यादव का छोटा लेकिन प्यारा कैमियो है जिसकी हर कोई तलाश कर रहा था, और उनकी राहत के लिए, वह सभी उम्मीदों पर खरा उतरता है.
रोहित धवन, जिन्होंने शहजादा के लिए रूपांतरित पटकथा भी लिखी थी, यह सुनिश्चित करते हैं कि अल्लू अर्जुन की अला वैकुंठप्रेमुलु के हिंदी रीमेक को देखने वाले दर्शकों को यह महसूस न हो कि यह कॉपी-पेस्ट है. फिल्म का अपना बॉलीवुड टच है और अपने एक्शन-सीक्वेंस के साथ शीर्ष पायदान पर है.
शहजादा का म्यूजिक भी शानदार कहा जा सकता है. प्रीतम चक्रवर्ती का बैकग्राउंड संगीत पूरी फिल्म में अलग दिखता है और शहजादा को वह बढ़ावा देता है जिसकी उसे जरूरत है. कार्तिक आर्यन की शहजादा बड़े पैमाने पर मनोरंजन करने वाली फिल्म साबित होती है, जिसका उसने वादा किया था. घिसे-पिटे प्लॉट और पूर्वानुमेय ट्विस्ट के साथ भी, शहजादा एक बार देखने लायक जरूर है.