टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : झारखंड का एक छोटा सा जिला गोड्डा अमेरिका से छपने वाले प्रमुख अखबार वाशिंगटन पोस्ट में चर्चा का विषय बना हुआ है. बता दें कि झारखंड के गोड्डा में दुनिया के तीसरे सबसे बड़े अमीर व्यक्ति गौतम अडानी का एक पॉवर प्लांट बन रहा है. वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में इस पर सवाल खड़ा किया है. वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि गौतम अडानी का यह पॉवर प्लांट पर्यावरण चिंता और स्थानीय विरोध को नजरअंदाज कर तैयार किया जा रहा है.
प्लांट से होगी बिजली की समस्या दूर
गौतम अडानी के इस कोयला आधारित पॉवर प्लांट से जल्द ही बिजली का उत्पादन शुरू होगा. यहां से बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति होगी. उल्लेखनीय है कि भूमि अधिग्रहण को लेकर यहां पर लंबे समय तक स्थानीय स्तर पर विरोध होता रहा है. फिर लोग अपनी भूमि देने को तैयार हुए. अब यह पॉवर प्लांट काम करने की इस स्थिति में आ गया है.
800 मेगावाट की दो यूनिट बन कर होगी तैयार
वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी ऑनलाइन रिपोर्ट में यह खबर प्रकाशित की है कि कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने इस तरह के पॉवर प्लांट को मंजूरी दी, जिससे पर्यावरण प्रदूषण होगा. जबकि दूसरी तरफ भारत सरकार ग्रीन एनर्जी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही है. अब ऐसी रिपोर्ट का एक कारण भी जानिए. दुनिया के तीसरे सबसे बड़े रईस व्यक्ति गौतम अडानी के विषय में यह रिपोर्ट सौंपने वाले वाशिंगटन पोस्ट अखबार का स्वामित्व दुनिया के चौथे सबसे अमीरों में से एक अमेजॉन के मालिक जेफ बेजोस के पास है. आर्थिक विशेषज्ञ मानते हैं कि वाशिंगटन पोस्ट ने अडानी पावर प्लांट के विषय में ईर्ष्यावश ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित की है. मालूम हो कि गोड्डा में 800 मेगावाट की दो यूनिटें तैयार हो रही हैं. एक प्लांट से संभवतः इसी महीने बिजली की आपूर्ति बांग्लादेश को शुरू हो जाएगी.