Jharkhand Election Result 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने अपना जलवा दिखा दिया है. और यह भी साफ़ हो गया कि झारखंड में किसकी सरकार बनेगी. जनता ने एक बार फिर हेमंत सोरेन पर भरोसा जताया है. वहीं एक मीडिया चैनल से बात करते हुए हेमंत ने अपनी जीत का श्रेय अपनी पत्नी कल्पना सोरेन और उनकी टीम को दिया. हेमंत सोरेन ने कहा कि लोगों ने देखा कि हम कैसे पाँच साल उनके साथ खड़े रहे. उन्होंने कहा कि हमने उन सभी चीजों पर ध्यान दिया जहां भाजपा ग़लत कर रही थी. और इस बात पर ज़ोर दिया कि हम क्या सही कर रहे हैं. तो आइए अब विस्तार से जानते हैं कि इस जीत के पीछे क्या क्या बड़ी वजह रही हैं
1. मइयां योजना ने आधी आबादी को किया इंडिया के पक्ष में
हेमंत सोरेन सरकार की मईयां सम्मान योजना ने इस बार के चुनाव में जीत दिलाने में बड़ा रोल निभाया. महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लायी गई कल्याणकारी योजना इंडिया गठबंधन के लिये मास्टरस्ट्रोक साबित हुई. जिसकी वजह से एक बार फिर झारखंड में हेमंत सोरेन ने बाजी मार ली. झारखंड की 50 लाख महिलाओं को मइयां सम्मान योजना का लाभ मिला. इस योजना के तहत महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की राशि दी जा रही थी लेकिन जैसे ही चुनाव का समय आया सरकार ने महिलाओं को भरोसा दिलाया कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वे राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये प्रतिमाह कर देंगे. और इसका सीधा फ़ायदा भी चुनाव में देखने को मिला. इस बार महिलाओं ने काफ़ी बढ़ चढ़कर चुनाव में हिस्सा लिया.
2. झामुमो के मुख्यमंत्री को जेल भेजना सहानभूति की बनी वजह
चुनाव जीतने के पीछे दूसरी सबसे बड़ी वजह रही हेमंत सोरेन का जेल जाना. लोकसभा चुनावों से पहले मनी लॉण्ड्रिंग से जुड़े मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी हो गई थी. हेमंत की गिरफ्तारी के बाद झारखंड की आदिवासी बाहुल्य राज्य की सियासी हवा बदल गई. हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन लोगों के बीच जाकर खूब सहानुभूति बटोरी. लोगों को बताया कि कैसे एक आदिवासी नेता को बेवजह साज़िश कर फ़साया गया है. आपको बता दें कि आदिवासी समाज जेएमएम का वोटबैंक है. और ऐसे में जब हेमंत की गिरफ्तारी को आदिवासी अस्मिता से जोड़ा गया तो जेएमएम को इसका पूरा फ़ायदा मिला.
3. कल्पना का काट नहीं ढूंढ पाई भाजपा
झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के पीछे कल्पना सोरेन का बहुत बड़ा हाथ रहा. हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना एक स्टार प्रचारक के रूप में उभरीं. कल्पना को लोगों का प्यार और समर्थन खूब मिला.कल्पना ने जब तीर कामन थामा तो सियासी दुश्मन धड़ाम हो गई. कल्पना सोरेन संघर्ष से बनी परिस्थियों की उपज बनी. कल्पना जानता की आवाज़ बनकर उभरती नज़र आयी. हेमंत की अनुपस्थिति में उन्होंने पार्टी को मज़बूत किया और बीजेपी के नरेटिव को पकड़कर मज़बूती से खड़ी हुई और बीजेपी के पास कल्पना का कोई काट नहीं मिला. और कल्पना ने बीजेपी के सभी नरेटिव को तोड़कर चुनाव परिणाम में इसका नतीजा दिखा दिया.
4.हेमंत का गुरु जी पार्ट 2 वाला लुक बना किलर फैक्टर
हेमंत सोरेन जब जेल से बाहर आये तो उनका लुक पूरा बदल गया.हेमंत सोरेन में लोगों को गुरुजी की छवि नज़र आ रही थी. क़रीब चार दशक तक झारखंड अलग राज्य के लिए आंदोलन का नेतृत्व करने वाले शिबू सोरेन को आदिवासियों का पूरा समर्थन रहा है. ऐसे में जब हेमंत ने गुरुजी का लुक अपनाया तो लोग हेमंत को दिशोम गुरु जूनियर की तरह देखने लगे. और हेमंत का गुरु जी पार्ट 2 वाला लुक चुनाव में एक बड़ा किलर फैक्टर साबित हुआ.