TNP DESK:घर में लोग बच्चे के जन्म पर खुश होते हैं. जब बच्चा स्वस्थ होता है, तो माहौल और ज्यादा खुशनुमा हो जाता है, लेकिन कभी-कभी ऐसे हालात में भी बच्चे पैदा होते हैं, जहां चाहकर भी खुशी नहीं मनाई जा सकती. रूस के मॉस्को शहर में भी ऐसा ही वाकया हुआ, जहां एक महिला ने बेटे को जन्म दिया, पर वह बच्चा अपने मौत को साथ लेकर जन्मा.
बच्चे के पेट में एक एयर राइफल की गोली थी, जो उसकी मां को गर्भावस्था के दौरान लगी थी. जैसे ही गोली निकाली गई, बच्चे के पेट की स्थिति देखकर डॉक्टर्स चौंक गए. बच्चे की जान बचाने के लिए उन्होंने कठिनाइयों के बावजूद एक सफल ऑपरेशन किया. गोली को समय पर निकाल लिया गया, इससे बच्चे के शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. इस मामले को डॉक्टरों ने एक दुर्लभ केस माना और मीडिया कर्मियों को भी इसके बारे में बताया.
पति की राइफल से चली थी गोली
एक गर्भवती महिला को उसके पति की राइफल से चली गोली लग गई थी. यह गोली गलती से चली थी, जब उसका पति राइफल की सफाई कर रहा था. महिला क्योंकि गर्भावस्था के आखिरी महीने में थी तो गोली लगने से उसे प्रसव पीड़ा हुई. जब गर्भवती महिला के अल्ट्रासाउंड किया गया, तो गोली का छर्रा बच्चे के पेट में दिखा. किसी अनहोनी की आशंका से डॉक्टरों ने स्कैनिंग कराई तो पता चला कि गोली का छर्रा बच्चे के पेट के नरम ऊतकों में फंसा था, जो करीब एक सेंटीमीटर लम्बा और आधा सेंटीमीटर चौड़ा था. डॉक्टरों ने गोली का छर्रा देखा और उसकी स्थान पता करने के बाद निर्णय लिया कि महिला और उसके बच्चे की जान बचाने के लिए सबसे सुरक्षित तरीका यह है कि गोली बाहर निकालने की कोई कोशिश न करें. उसके बच्चे के जन्म तक इंतजार करने का फैसला किया गया जब उसने जन्म लिया, तो गोली सर्जरी के जरिये निकाली गई. बच्चे को टांके लगे, लेकिन डॉक्टरों ने इसे निगरानी में रखा और अब वह स्वस्थ है. दोनों को डिस्चार्ज करके उन्हें उनके घर भेज दिया गया है.
अंदरूनी हिस्से तक नहीं पहुँच था छर्रा
अस्पताल के बेबी केयर सेंटर के निदेशक डॉ. मिखाइल जॉर्जिविच रेखविआश्विली ने बताया कि राइफल में इस्तेमाल होने वाली कुछ गोलियां सीसे से बनी होती हैं. अगर सीसे से बनी गोलियां शरीर में फंस जाएं और वह वहाँ पर बहुत लंबे समय तक रहे, तो जहर उत्पन्न हो सकता है, जो खतरनाक साबित हो सकता है. हर साल ब्रिटेन में एयरगन की गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो जाती है. इंग्लैंड और वेल्स में एयरगन जैसा हथियार रखने के लिए आपको सर्टिफिकेट नहीं चाहिए, लेकिन इसे खरीदने या किराए पर लेने के लिए आपकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए . मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बच्चे के पेट के अगले हिस्से में गोली का छर्रा था, जिसे छूने पर डॉक्टरों ने चमड़ी के नीचे एक गांठ होने का पता लगाया. सर्जरी करके उसे निकालना आसान हो गया जब पेट का अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे किया गया. तो मालूम हुआ की गोली का छर्रा पेट की सतह पर है, . इसलिए, बच्चे की जान को खतरा नहीं था, लेकिन गोली को समय पर निकालना जरूरी था. इसलिए, डॉक्टरों ने इसे बिना देरी के निकालने का फैसला किया.