पटना(PATNA): लंबे समय के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है. मंदिर बनने के बाद अब कई कट्टरपंथी आतंकी संगठन इसे निशाना बनाने का नापाक इरादा कर रहे है.फिर एक साजिश बिहार के भागलपुर से की जा रही थी. वीडियो वायरल कर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. इतना ही नहीं योगी आदित्य नाथ को भी निशाना बनाने की बात वीडियो में की गई. लेकिन पुलिस को जैसे ही सूचना मिली. मामले में शिकायत दर्ज कर आतंकी संगठन से प्रेरित युवकों की तलाश शुरू कर दी.
बता दे कि 14 जून 2024 को मोहम्मद आमिर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा था. जिसमें खुद को जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन का सदस्य बता रहा था. इसमें कई संदेश थे लेकिन सबसे पहले मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. कहा गया कि बदला उस दिन पूरा होगा जब मंदिर में ब्लास्ट होगा. साथ ही उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर भी हमले की बात कही गई. इस मामले में जांच शुरू हुई तो पहली गिरफ़्तारी मोहम्मद आमिर की हुई. इससे पूछ ताछ में कई जानकारी मिली. आमिर ने ही मोहम्मद मकसूद का नाम पुलिस को बताया.
जिसके बाद अयोध्या से पुलिस भागलपुर पहुंची. पुलिस टीम ने बरारी थानाक्षेत्र के बड़ी खंजरपुर मस्जिद गली से मकसूद को गिरफ्तार कर लिया. मोहम्मद आमिर का वीडियो का नाता भागलपुर के मकसूद से भी जुड़ा हुआ है. इंस्पेक्टर रजनीश कुमार पांडेय के नेतृत्व में अयोध्या से पहुंची पुलिस टीम ने बरारी थानाक्षेत्र के बड़ी खंजरपुर स्थित मस्जिद गली से आमिर के सहयोगी मुहम्मद मकसूद अंसारी को गिरफ्तार किया. उसके पास से पुलिस टीम ने चार मोबाइल भी बरामद किया है. जिसमें उसने फेसबुक और वाट्सएप्प ग्रुप पर अयोध्या धाम मंदिर उड़ाने की धमकी दी गई थी.
यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को भी मारने की धमकी दी थी. उंसके मोबाइल से आमिर से जुड़ी जानकारी और अयोध्या धाम मंदिर को उड़ाने से जुड़ी कई जानकारियां मिली है. स्थानीय पुलिस सूत्रों के अनुसार अयोध्या से आई पुलिस टीम तकनीकी निगरानी में मकसूद को बांका जिले के अमरपुर सुल्तानपुर के पास से गिरफ्तार किया है. लेकिन अयोध्या से पहुंची पुलिस टीम के अधिकारियों का दावा है कि मकसूद को बडी खंजरपुर स्थित मस्जिद गली वाले उसके घर से गिरफ्तार किया है.
एसएसपी आनंद कुमार के निर्देश पर इंस्पेक्टर अभय शंकर के नेतृत्व में पुलिस टीम को सहयोग के लिए लगाया गया. गिरफ्तार मकसूद को यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर ले कर आयोध्यय चली गई.
तकनीकी जांच में मकसूद जैश -ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन से जुड़े आमिर के संपर्क में था. उससे जुड़े देश विरोधी पोस्ट भी शेयर किया करता था. साइबर ठगी में भी उसकी संलिप्तता सामने आई है. संगठन के नाम पर भी लाखों रुपये इकट्ठा करने और नए लड़कों की संगठन में भर्ती को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है.