टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- इंडियन प्रीमियर लीग के फटाफट महासंग्राम में चेन्नई सुपर किंग का जिक्र न हो और कैप्टन कूल की छाप नहीं दिखे, तो लाजमी है बोरियत होगी. अभी तक खेले गए इस टूर्नमेंट में चेन्नई की टीम और महेन्द्र सिंह धोनी हमेशा सुर्खियों में रहें हैं. दूसरे शब्दों में कहें, तो उनका रूतबा और बादशाहत टूर्नमेंट में सर चढ़कर बोला है. इस बार भी यही देखने को मिल रहा है, माही की अगुवाई में टीम का लाजवाब खेल और हौंसले हर तरफ से बुलंद है. टूर्नामेंट के प्लेऑफ में टीम क्वालिफाइ कर गयी है और विरोधियों को ये बता भी दिया है कि , अगर किसी को ट्रॉफी जीतनी है, तो चेन्नई से टक्कर लेने के बाद ही उनका सपना पूरा होने वाला है .यानि एक दीवार की तरह टीम टूर्नामेंट में खड़ी है, जिसे लांघन या चुनौती देना आसान नहीं होगा.
पांचवी बार चैंपियन बनने की राह पर चन्नई !
टीम की हनक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, अभी तक चार बार चेन्नई सुपर किंग आईपीएल की चैंपियन बन चुकी है. इतना ही नहीं, 14 में से 12 बार बार आईपीएल के प्लेऑफ में पहुंची है. जो उसकी बादशाहत और बेहतरीन खेल को सीधे तौर पर दिखाता है. धोनी की कप्तानी में इस टीम ने 4 बार 2010, 2011, 2018 और 2021 में आईपीएल का खिताब जीती थी. इस बार टीम जीतती है, तो पांचवीं बार खिताब पर कब्जा जमायेगी.
गेंदबाजों का जबर्दस्त जलवा
इस सीजन युवा और तजुर्बेकार खिलाड़ियों की मौजूदगी में टीम ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया. बल्लेबाज के साथ ही गेंदबाज ने गजब का खेल टूर्नामेंट में दिखाया है. सबसे चौकाने वाली बात है कि नामचीन नाम नहीं होने के बाजवजूद खिलाड़ियों ने चेन्नई के रुतबे पर आंच नहीं आने दिया. गेंदबाजी में श्रीलंका के मथीशा पथीराना ने 10 मैच में 15 विकेट झटक चुके हैं. वही तुषार देशपांड ने 14 मैच में 20 बल्लेबाजों को पवैलियन भेज चुके हैं. शुरुआत में दीपक चाहर औऱ बैन स्टोक्स के चोटील होने के बाद चिंता बॉलिंग डिपार्टमेंट में दिखी थी. लेकिन, युवा गेंदबाजों ने जैसा खेल दिखाया, उससे सबकी आंखे फटी की फटी रह गयी.
बल्लेबाजों ने की रनों की बौझार
चेन्नई की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरे उनके सलामी बल्लेबाज, डेवोन कॉन्वे 14 मैचों में 585 रन बनाए हैं. वहीं ऋतुराज गायकवाड़ ने भी इतने मैचों में 504 रन बनाए हैं। वही, वक्त पर शिवम दुबे का बल्ला भी गरज रहा है.
बल्ले-गेंद से रविन्द्र जडेजा का कमाल
चेन्नई के तारणहार ऑलराउर रवींद्र जडेजा भी है. इस अनभुवी खिलाड़ी ने चेन्नई को बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी मदद की. अभी तक खेले गए 14 मैचों में 17 विकेट लिए और 153 रन भी बनाए. चेन्नई के आगे का खेल प्लेऑफ में कैसा होगा, ये तो देखने वाली बात होगी. लेकिन, महेन्द्र सिंह धोनी जैसे चतुर, चपल और चौकन्ने कप्तान की मौजूदगी में चेन्नई लाजमी है, कि कमजोर नहीं पड़ेगी. । वही, आईपीएल का यह सीजन शायद धोनी का आखिरी भी हो, इसके बाद शायद वो आईपीएल में खेलते हुए नजर आए. लिहाजा, उनकी कोशिश चैंपियन बनकर ग्राउंड से विदाई करने की होगी. इसके लिए वो अपनी पूरा तजुर्बा और ताकत झोंके देंगे .
रिपोर्ट- शिवपूजन सिंह