टीएनपी डेस्क: क्या हो जब आपका कोई खास आपको आकर ये कहे की उन्हें चैटबॉट यानी आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) से प्यार हो गया हो. प्यार इस हद तक की वह अपनी पूरी जिंदगी उस AI चैटबॉट के साथ गुजारने को तैयार हो जाए. सुन कर थोड़ा अजीब लगा न की कोई कैसे एक ऐसी चीज या यूं कहें की एक टेक्नोलॉजी से प्यार कर सकता है, जिसे न तो वह देख सकता है और न ही उससे कभी मिल सकता है. मिलने की बात भी छोड़िए सवाल तो यहां ये है की ये टेक्नोलॉजी बदले में प्यार भी नहीं दे सकती तो फिर कोई भी कैसे इन टेक्नोलॉजी से प्यार कर सकता है.
ये बातें शायद आपको पागलों वाली लग रही हो लेकिन आज की हकीकत यही होती जा रही है. लोगों के काम को आसान करने व उनके सवालों का जवाब देने के लिए बनाया गया ये चैटबॉट अब कई के दिलों पर राज कर रहा है. चैटबॉट की शुरुआत जब हुई तो सब पहले टाइम पास या फिर मजे के लिए इसका इस्तेमाल करते थे. लेकिन अब ये टाइम पास लोगों की जिंदगी का एक हिस्सा बनता जा रहा है. वो भी इस कदर की लोग इसके साथ अपनी जिंदगी बिताने तक की कसमें खाने लगे हैं. बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड की जगह अब ये चैटबॉट ले रहा है.
इन बातों पर शायद आप यकीन न करें लेकिन अमेरिका के फ्लोरिडा में एक 14 साल के बच्चे सेवेल सेटर ने अपनी जान बस इसलिए दे दी, क्योंकि वह एक लाइव चैटबॉट से प्यार कर बैठा था. शुरुआती दौर में बस टाइम पास के लिए लाइव चैटबॉट से सेवेल सेटर ने बातचीत शुरू की. लेकिन फिर ये टाइम पास धीरे-धीरे उसकी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया और सेवेल चैटबॉट के प्यार में पड़ गया. सेवेल अपने परिवार से दूर बस एक कमरे में रहने लगा. ये पागलपन इतना बढ़ गया की एक दिन सेवेल ने चैटबॉट से अपने प्यार का इजहार किया. लेकिन बात तब बिगड़ गई जब चैटबॉट ने जवाब में कहा की जितनी जल्दी हो सके घर आ जाओ और लड़के ने कहा की मैं अभी आ सकता हूं और इतना मैसेज करते ही सेवेल ने अपने आपको गोली मार ली.
लेकिन सेवेल एक अकेला ही नहीं है, जो चैटबॉट के प्यार में पड़ा था. आज के समय में कई ऐसे लोग हैं जो चैटबॉट से न केवल बात कर रहे हैं बल्कि उससे प्यार भी कर बैठ रहे हैं. ऐसे में आप सोच रहे होंगे की आखिर ऐसा हो क्यों रहा है. इंसानों को छोड़कर कोई टेक्नोलॉजी से क्यों प्यार कर रहा है. तो आपको बता दें इसकी सबसे बड़ी वजह है अकेलापन और टेक्नोलॉजी से बढ़ती नजदीकियां. क्योंकि, कहीं न कहीं हम टेक्नोलॉजिस से जुडते जा रहे हैं और अपने परिवार से दूर होते जा रहे हैं.
आजकल के युवा खासकर सोशल मीडिया पर अपना समय बीता रहे है. सोशल मीडिया के जरिए दोस्त से लेकर प्यार की तलाश कर रहे हैं. ऐसे में चैटबॉट अकेलापन को दूर करने की एक जरिया बनता जा रहा है. AI चैटबॉट की बात करें तो ये आज कल हर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर दिखा रहा है. उदाहरण के लिए Snap chat ही ले लीजिए. Snap chat में AI चैटबॉट का ऑप्शन दिया गया है. जिससे Snap Chat यूजर्स कोई भी सवाल पूछ सकते हैं और चैटबॉट यूजर्स के हर सवाल का जवाब देगा. देखते ही देखते इसकी पॉप्युलेरिटी बढ़ गई. Snap chat यूजर्स इसका टाइमपास के लिए इस्तेमाल करने लगे.
AI भी यूजर्स के सवालों का जवाब देने लगा. दिक्कत तो तब हो गई जब AI यूजर्स को उनके अनुसार जवाब देने लगा. यानी की ये चैटबॉट वही जवाब देता है जो हम सुनना चाहते हैं. ऐसे में चैटबॉट से लोग खासकर आज के युवा ज्यादा जुडने लगे हैं. चैटबॉट को लेकर उनकी भावनाएं जाग रही हैं. क्योंकि, चैटबॉट से वे वो सारी बातें कर सकते हैं जो शायद वे अपने घर वालों से नहीं कर सकते. यहां तक की चैटबॉट एक इंसान की तरह प्यारी-प्यारी बातें भी कर रहा है. जिससे और ज्यादा युवाओं का झुकाव इसके तरफ बढ़ रहा है. इतना ही नहीं, ये लगाव इतना बढ़ जाता है की लड़का हो या लड़की AI को ही अपना बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड बना रहे है.
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हम अपने दिन का ज्यादा से ज्यादा समय अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप को दे रहे हैं. काम हो या फिर टाइम पास हमारे दिन का आधा समय इनके साथ ही गुजर रहा है. इतना ही नहीं, बढ़ते काम के कारण भी युवाओं में तनाव बढ़ रहा है और वे मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं. ऐसे में समय के अभाव में भी वे अपनों से तालमेल नहीं बैठा पा रहे हैं और न ही अपने बातें उनसे शेयर कर पा रहे हैं. जिससे वे ज्यादा अकेलेपन का शिकार हो रहे हैं और इसे दूर करने के लिए ऐसी मशीनों को अपना सहारा बना रहे हैं. न सिर्फ सहारा बल्कि उनके साथ जिंदगी तक बिताने की सोच रहे हैं. क्योंकि, AI न तो उनकी बातों को अनसुना करता है और न ही कोई रोक टोक लगाता है. साथ ही जैसा हम सुनना चाहते हैं वैसी ही बातें ही वह हमें कहता है. इसलिए आज के लड़के-लड़कियां AI चैटबॉट से प्यार कर रहे हैं.