कैमूर(KAIMUR): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में विकास की बात करते हैं. उन्हें सुशासन बाबू के नाम से जाना जाता है लेकिन कई बार नीतीश कुमार के दावे झूठे नजर आते हैं. जब कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं जो आपको हिला कर रख देती. आप कभी अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते है कि 21वीं सदी में भी लोग ठेला पर किसी गर्भवती महिला को अस्पताल ले जा सकते हैं. लेकिन ये सच है और ये तस्वीर बिहार के कैमूर जिले से सामने आयी है.
स्वास्थ्य व्यवस्था हुई फेल
सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए करोड़ों खर्च कर रही है, लेकिन व्यवस्थाओं को पलीता लगाने में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. कैमूर जिले के रामगढ़ रेफरल अस्पताल का एक वीडियो सामने आया जो सिस्टम पर ही सवाल खड़ा करता है. जहां गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचने के लिए जब एंबुलेंस नहीं मिला तो ठेले से ही अपने पति के साथ अस्पताल पहुंच गई, जहां डिलीवरी के बाद भी महिला को एंबुलेंस नहीं मिला तो नवजात को गोद में लेकर अपने परिवार के साथ ठेले से ही घर वापस गई.
पढें मामले पर मोहनिया एसडीएम ने क्या कहा
पूरे मामले में मोहनिया एसडीएम राकेश कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले की स्वत: जांच करुंगा किन परिस्थितियों में ऐसा हुआ. जिला पदाधिकारी को भी मामले की जानकारी देंगे और मामले में जांच करेंगे.
रिपोर्ट-अजीत कुमार