टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-संसद के विशेष सत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 75 सालों की संसदीय यात्रा को याद किया और नये सदन में जाने से पहले उन प्रेरक पलो की याद ताजा की. देश को अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र की ताकत और किस तरह देश आगे बढ़ता रहा. पुराने संसद भवन में विदा लेने से पहले इसकी याद दिलायी.
अटल बिहारी वाजपेयी को किया याद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को आगे बढ़ाने की बात कही औऱ पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया. उन्होंने कहा कि वे हमेशा कहते रहे है कि देश कैसे आगे बढ़े, इसे लेकर हम सबको साथ काम करना चाहिए, ताकि हिन्दुस्तन तरक्की के पायदान पर आगे बढ़ता रहें. प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी की याद करते हुए कहा कि, सरकारें आएंगी जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेगी, लेकिन देश हमेशा आगे बढता रहना चाहिए .
पत्रकारों की कलम ने हमेशा अपनी ताकत दिखाई
प्रधानमंत्री मोदी ने उन पत्रकारों को भी याद किया, जो संसद भवन में कई सालों तक अपनी लेखनी से देशवासियों को इस सांसद की कार्रवाई और गतिविधियों को बताया. उन्होंने कहा कि इस संसद की दीवारों की ताकत की तरह पत्रकारों की कलम ने हमेशा अपनी ताकत दिखाई है. पीएम मोदी ने पुराने संसद भवन का जाना पत्रकारों के लिए भी एक भावुक पल बताया, जिसे वे कई सालों तक कवर करते रहें.
संसद भवन के कर्मचारियों का जिक्र
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने संसद भवन में काम करने वाले कर्मचारियों का भी बखान किया. उन्होंने उनके योगदान को सराहते हुए कहा कि उनकी बदौलत ही कोई भी सांसद भूखा-प्यासा नहीं रहा. इसके साथ ही महिला सांसद के किरदारों को भी सलाम किया. जो उनके द्वारा नई बातों को लाने और पुरानी परंपराओं को तोड़कर आगे आने के लिए उनका अभिवादन किया. पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस सदन का हिस्सा रहे पंडित नेहरू, शास्त्री जी, मनमोहन सिंह के जमाने को भी स्मरण किया, जिनके कार्यकाल में देश को गति मिली. उन्होंने कहा कि आज का दिन उन सभी नेताओं के गुणगान करने का है.
चाय बेचने वाला भी संसद में पहुंच जाएगा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने बचपन के दिनों की उस गरीबी को भी याद किया , कि कैसे वो रेलवे स्टेशन पर चाय बेचा करते थे. इसके साथ ही उन्होंने लोकतंत्र की ताकत का भी अहसास कराया कि कैसे एक चाय बेचने वाला व्यक्ति भी संसद तक पहुंच गया. उन्होंने देश का भी शुक्रिया अदा किया, जिसने उन्हें इतना सम्मान दिया, जिसकी कीमत वो कभी नहीं चुका सकते हैं. अपने संबोधन में ये भी बोला कि देश के सामने कई बार मुश्किलें आई है . लेकिन, हम न पीछे हटे हैं और न ही हटेंगे.