टीएनपी डेस्क (TNP DESK): मुस्लिम समाज की लड़कियां आमतौर पर घर परिवार में सिमट कर रह जाती हैं. लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं. नारी सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की सोच ने मुस्लिम युवतियों को भी अपने भविष्य को संवारने का जज्बा दिया है.ऐसी ही एक लड़की की चर्चा पूरे मीडिया सोशल मीडिया मे छाई है जिनका नाम है सानिया मिर्जा. उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर की रहने सानिया का प्रारम्भिक जीवन गांव में बीता. पढ़ाई में बहुत दिलचस्पी रही है इस कारण से आज वह नेशनल डिफेंस एकेडमी की कठिन परीक्षा पास कर फाइटर पायलट बनने जा रही हैं. बता दें वह पुणे स्थित ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट पहुंच गई हैं.
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सानिया मिर्जा को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी है. पुणे जाने से पहले सानिया मिर्जा अपने पिता के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली थीं. सानिया मिर्जा के अनुसार 2015 में अवनी चतुर्वेदी पहली महिला फाइटर पायलट बनी थी उनकी सोच में यह आया कि इतने दिनों के बाद कोई महिला फाइटर पायलट बनी हैं. इसलिए वह उन से प्रेरित होकर फाइटर बनने का सपना देखने लगी. एनडीए 2022 की परीक्षा में उन्होंने सफलता पाई है. सानिया मिर्जा अभी 17 साल की हैं. उनके दो बड़े भाई हैं जो टीचर हैं. उनके पिता शाहिद अली टेलीविजन मैकेनिक हैं. माता तबस्सुम मिर्जा एक हाउसवाइफ हैं. फैमिली की सोच इतनी ऊंची रही है कि यहां शिक्षा का बेहतरीन माहौल रहा. सानिया मिर्जा की उपलब्धि पूरे भारत के लिए प्रेरणा की स्रोत है, खासतौर पर मुस्लिम समाज के लिए.