टीएनपी डेस्क(TNP DESK): 2024 चुनाव को लेकर भाजपा अपनी चुनावी तैयारी में जुट चुकी है. भाजपा झारखंड में उन सीटों पर ज्यादा ध्यान दे रही है, जहां वो कमजोर है. इसकी शुरुआत 7 जनवरी को ही हो गई थी, जब गृह मंत्री अमित शाह ने चाईबासा में विजय संकल्प रैली कर बिगुल फूंका था. अब फिर गृह मंत्री झारखंड आ रहे हैं. फरवरी में झारखंड के साहिबगंज जिले में गृह मंत्री का आगमन होगा. गृह मंत्री के आगमन को लेकर बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है. अमित शाह इस दौरे के जरिए साहिबगंज में कार्यकर्ताओं में जोश फूंकेंगे और साथ ही चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा करेंगे.
संथाल के सभी लोकसभा सीट जीतना होगा लक्ष्य
बता दें कि संथाल इलाके में साहिबगंज बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण है. पूरे संथाल इलाके में तीन लोकसभा सीट है, जिसमें से 2 बीजेपी के पास है. केवल राजमहल सीट ही बीजेपी के पास नहीं है. अब तक जीतने भी चुनाव हुए उसमें से सिर्फ दो बार ही इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी जीतने में सफल रहे हैं, नहीं तो इस सीट पर कांग्रेस और झामुमो का ही कब्जा रहा है. 2019 के चुनाव में 14 में से 12 सीटों पर एनडीए का कब्जा रहा था. केवल 2 सीट पर बीजेपी को हार मिली थी, जिसमें से एक सीट चाईबासा और एक सीट राजमहल की थी. बीजेपी की कोशिश आने वाले चुनाव में इन दोनों सीटों को जीतने की है. गृह मंत्री अमित शाह का दौरा भी इसी ओर इशारा कर रहा है. उनका पहला दौरा चाईबासा था और अब अगला दौरा साहिबगंज है.
विधानसभा चुनाव को लेकर भी बीजेपी की तैयारी
2024 में लोकसभा के तुरंत बाद ही झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी की कोशिश इसकी तैयारी की भी है. झारखंड में संथाल इलाके में कुल 18 विधानसभा सीट हैं. इसमें से केवल चार सीट ही बीजेपी के पास है. वहीं झामुमो के पास 9 और कांग्रेस के पास 5 सीट है. इन आकंडों से समझा जा सकता है कि बीजेपी के लिए संथाल कितना महत्वपूर्ण है. बीजेपी को फिर से झारखंड की सत्ता में वापस आना है तो संथाल जीतना बहुत ही जरूरी है. इसका एक कारण तो इस इलाके में बीजेपी की कमजोर स्थित है, वहीं दूसरा कारण इस इलाके में झामुमो की स्थित है. संथाल झामुमो का गढ़ माना जाता है. सीएम हेमंत सोरेन भी खुद इसी क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में अगर झामुमो को हराना है तो बीजेपी को संथाल में सेंध लगाना ही होगा.
अवैध खनन मामले को उठा सकते हैं गृह मंत्री अमित शाह
जाहिर सी बात है कि बीजेपी और गृह मंत्री अमित शाह इससे भली भांति वाकिफ है. गृह मंत्री के साहेबगंज दौरे को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. अमित शाह की पूरी कोशिश वोटरों को लुभाने की होगी. गृह मंत्री अपने भाषण के दौरान साहेबगंज में हुए अवैध खनन घोटाले का भी जिक्र कर सकते हैं. ईडी साहेबगंज में हुए अवैध खनन मामले की जांच कर रही है. इस घोटाले के मुख्य आरोपी सीएम हेमंत के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ही है. ऐसे में ये मौका अमित शाह भुनाने से चूकेंगे नहीं.
इसके साथ संगठन मजबूती को लेकर वो कार्यकर्ताओं और बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं. उन्हें आवश्यक निर्देश देंगे. इसे लेकर बीजेपी तैयारी में जुट चुकी है.