रांची: ईडी की गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनके वकीलों ने रिट पीटिशन दायर की है। आज इस पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन आज नहीं हो पायी. अब 2 फरवरी को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. बताया जाता है कि दूसरे पक्ष को इस मामले की सूचना नहीं थी. कहा जा रहा है हेमंत सोरन ने याचिका में ईडी की कार्रवाई को गलत बताते हुए चुनौती दी है. याचिका में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला भी दिया गया है.
महागठबंधन सरकार को नहीं है खतरा
हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सत्तारुढ़ पार्टी ने चंपई सोरेन को अपना नेता चुना है. कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे और उनकी गिरफ्तारी के बाद जेएमएम सरकार को 47 विधायकों को समर्थन प्राप्त है. जेएमएम सरकार को कोई खतरा नहीं है. गठबंधन में शामिल सभी विधायक एकजुट हैं. इन विधायकों की सहमति का पत्र जिसने विधायकों के हस्ताक्षर है, राज्यपाल को सौंप दिया गया है. सााि ही राज्यपाल के समक्ष नयी सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने कहा है कि समर्थन पत्र मिल गया है. जल्द ही इसकी सूचना उन्हें दी जायेगी.
हेमंत सोरेन की कोर्ट में पेशी आज
हेमंत सोरेन की कोर्ट में पेशी अब से थोड़ी देर बाद होगी. उन्हें आज ईडी कोर्ट में पेश किया जाएगा. हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए ईडी कोर्ट से रिमांड की मांग करेगी. पेशी के पहले ईडी ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है. फिलहाल हेमंत सोरेन को ईडी दफ्तर में रखा गया है. वहीं सीआरपीएफ के डीआईजी निशान्त कुमार ने ईडी कार्यालय का जायजा लिया है.
कथित जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन की हुई गिरफ्तारी
बता दें कि सीएम आवास में करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारियों ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया. इसके बाद ईडी की टीम ने हेमंत सोरेन को अपने साथ ईडी कार्यालय ले गई. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी कथित जमीन घोटाला मामले में हुई है. इससे पहले 14 आरोपियों को ईडी ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
रिपोर्ट: संजीव ठाकुर