रांची: सेना से जुड़े जमीन घोटाले मामले में 20 जनवरी को ईडी ने सीएम आवास जाकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ की थी. करीब 7 घंटे की पूछताछ के बाद भी ईडी संतुष्ट नहीं दिखे. मीडिया ने भी इस खबर को प्रमुखता से चलाया था कि सीएम हेमंत सोरेन के जवाब से ईडी संतुष्ट नहीं है. हो सकता है पूछताछ के लिए एकबार फिर ईडी सीएम हेमंत को समन भेज सकती है. पूछताछ के दो दिन बाद यानि 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही एकबार फिर ईडी ने 9वें समन जारी कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी ने 27 से 31 जनवरी तक आने को कहा है. आपको याद होगा कि 20 जनवरी को करीब सात घंटे की पूछताछ के बाद जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सीएम आवास से बाहर निकले तो उनके चेहरे पर जड़ा सी भी सिकन नहीं थी. वे ऊर्जा से ओत-प्रोत दिखाई दे रहे थे. सीएम आवास के बाहर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा था यह पूछताछ बीजेपी के लिए आखिरी कील साबित होगा.
20 लाख से अधिक लाभुकों को अबुआ आवास योजना की सौगात
ईडी से मिले 9वें समन के बाद भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जोश हाय है. उनके चेहरे पर कोई सिकन नहीं दिख रहा है. इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन मंगलवार को खूंटी पहुंचे. जिले के एनएचपीसी मैदान से अबुआ आवास योजना की शुरुआत की. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, खूंटी विधायक नीलकंठ मुंडा, तोरपा विधायक कोचे मुंडा और तमाड़ विधायक विकास मुंडा मौजूद रहे. एनएचपीसी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने 20 लाख से अधिक लाभुकों को अबुआ आवास योजना की सौगात दी. जिसमें खूंटी और सिमडेगा के लगभग 8287 लाभुकों को अबुआ आवास योजना की पहली किस्त की राशि आवंटित किये. राशि सीधे लाभुकों के बैंक खाते में चली गई. खूंटी के 3887 लाभुकों और सिमडेगा जिले के लगभग 4400 लाभुकों का आवास योजना पहले चरण में स्वीकृत किया गया.
2024 चुनाव की तैयारी, हेमंत ने बीजेपी की बढ़ाई टेंशन
खूंटी के एनएचपीसी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने 20 लाख से अधिक लाभुकों को अबुआ आवास योजना की सौगात दी. यानि कि 20 लाख लाभुकों के बैंक खाते में योजना की पहली किस्त पहुंच गई. सीएम हेमंत ने योजना की शुरुआत रांची, जमशेदपुर, धनबाद से नहीं बल्कि खूंटी से की है. बता दें कि खूंटी आदिवासी बहुल इलाका है. बड़ी बात यह है कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की भूमि है. इसलिए यह और महत्वपूर्ण हो जाता है कि मुख्यमंत्री ने अबुआ आवास योजना की शुरुआत के लिए खूंटी को ही चुना. इतनी बड़ी योजना की शुरुआत होने से बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है. 2024 झारखंड के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. क्योंकि इस साल दो चुनाव होने वाले हैं. पहला लोकसभा चुनाव है जो कुछ ही महीने में बिगुल बज जायेगा. इस चुनाव के छह महीने बाद विधानसभा चुनाव है. 2014 में झारखंड में बीजेपी की सरकार बनी थी, जो पहली बार राज्य में पांच साल सरकार चली. उसके बाद 2019 में चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, और हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार का गठन हुआ. अब 2024 में दो चुनाव होने वाले हैं. एक तरफ हेमंत सोरेन चुनाव के लिए अपनी जमीन तैयार कर रही है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ईडी, सीबीआई के सहारे जमीन तलाश रही है.
अबुआ आवास योजना से एक करोड़ वोटर्स पर हेमंत सोरेन की नजर
केंद्र सरकार की पॉपुलेशन प्रोजेक्शन रिपोर्ट के अनुसार 2021 तक झारखंड की आबाद 3.84 करोड़ पहुंच चुकी है. वहीं मतदाताओं की बात करें तो 2019 में कुल 2,26,17,612 मतदाता थे. इसके अनुसार अगर अनुमान लगाया जाए तो आज के कार्यक्रम से सीएम हेमंत सोरेन ने 20 लाख से अधिक लाभुकों को अबुआ आवास योजना की पहली किस्त देकर लगभग एक करोड़ वोटर्स को अपने पाले में कर लिया है. यानि कि 2019 के कुल 2,26,17,612 मतदाता में से आधी वोटर्स को योजना का लाभ देकर बीजेपी को टेंशन दे दिया है. इन चुनाव में बीजेपी की राह मुश्किल होती दिख रही है.
सीएम हेमंत ने भगवान बिरसा मुंडा को याद कर अबुआ आवास योजना की शुरुआत की
खूंटी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देकर अबुआ आवास योजना की शुरुआत की और 20 लाख से अधिक लाभुकों को पहली किस्त का भुगतान किया. कार्यक्रम के बाद उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि आज धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की पावन भूमि खूंटी (तोरपा) में अबुआ आवास योजना अंतर्गत कार्यक्रम में लाभुकों को स्वीकृति पत्र वितरण करने का सौभाग्य मिला. हमारी सरकार राज्य के लाखों जरुरतमंद लोगों को अबुआ आवास देते हेतु कटिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर पर सभी को बधाई दी.
रिपोर्ट: संजीव ठाकुर