टीएनपी डेस्क(TNP DESK)- एक समुदाय विशेष को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में छात्रों के एक संगठन के विरोध प्रदर्शन के दौरान भारी हिंसा हुई है. इस हिंसा के मद्देनजर पूरे मणिपुर में अलर्ट कर दिया गया है. 8 जिलों में कर्फ्यू लगा दिए गए हैं. मणिपुर सरकार ने केंद्र से मदद की मांग की है. इसके अलावा महिला मुक्केबाज मैरीकॉम ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जलते हुए मणिपुर को बचाने का आग्रह किया है.
अब आप मूल कारण जानिए, आखिर क्यों हिंसा फैली
मणिपुर में 23 समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध यहां के छात्र संगठन कर रहे हैं. सुरक्षाबलों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. छात्रों के मार्च के दौरान तोड़फोड़ की घटना हुई है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह से फोन पर बात करते हुए पूरी स्थिति की जानकारी ली है. केंद्र सरकार ने रैपिड एक्शन फोर्स की अतिरिक्त कंपनियों को हिंसा ग्रस्त क्षेत्र में भेजा है. वैसे वहां पर असम राइफल्स और सीआरपीएफ के जवान पहले से तैनात कर दिए गए हैं. इंटरनेट की सेवाएं पांच दिनों के लिए बंद कर दी गई हैं. आंदोलन करने वाले छात्र संगठनों का कहना है कि मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल नहीं किया जाना चाहिए. इससे उनके हितों का अतिक्रमण होगा. मणिपुर में बहुत सारे बांग्लादेशी घुसपैठिए भी आ गए हैं. जिस कारण से वहां के मूलवासी आदिवासी काफी परेशानी महसूस कर रहे हैं. उनके संसाधनों पर यह घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं.