नई दिल्ली (NEW DELHI): भारत निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक संस्था है. संविधान में इस संस्था का प्रावधान है. इसके मुखिया मुख्य चुनाव आयुक्त होते हैं. बुधवार को इस आयोग को एक नया चेहरा मिल गया है. ज्ञानेश कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त पद संभाल लिए हैं. उन्होंने निर्वाचन सदन पहुंचकर विधिवत कार्यभार संभाला है. राजीव कुमार कल ही सेवानिवृत हुए हैं.
ज्ञानेश कुमार ने पद संभालते क्या कहा जानिए
ज्ञानेश कुमार मार्च 2024 में चुनाव आयुक्त नियुक्त किए गए थे 1988 बैच की केरल कैडर के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार ने बड़े-बड़े पद पर काम किया है केरल के मुख्य सचिव पद पर भी उन्होंने काम किया है इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान रक्षा मंत्रालय सहकारिता विभाग संसदीय कार्य मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों में उन्होंने बड़ा दायित्व निभाया है स्वभाव से सलीम ज्ञानेश कुमार आईआईटी कानपुर से बीटेक किए हैं उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से भी शिक्षा ग्रहण की है.
राम मंदिर विवाद से संबंधित केंद्र सरकार की ओर से ड्राफ्ट तैयार करने में भी उनकी भूमिका रही है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाए जाने के संलेख को तैयार करने में भी उनकी भूमिका रही है. ज्ञानेश कुमार ने पदग्रहण के बाद पत्रकारों से कहा कि लोकतंत्र में वोट का बहुत बड़ा महत्व है. लोगों को वोट करने के लिए प्रेरित करना चुनाव आयोग का काम है. शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपादित कराना आयोग का बड़ा दायित्व होता है.
ज्ञानेश कुमार 26 जनवरी 2029 तक इस पद पर रहेंगे. मालूम हो की मुख्य चुनाव आयुक्त 65 वर्ष की उम्र में रिटायर होते हैं. आने वाले समय में 'वन नेशन, वन इलेक्शन' जैसी चुनौती भी चुनाव आयोग के सामने हो सकती है.
डॉ विवेक जोशी के बारे में भी जानना है जरूरी है
डॉ विवेक जोशी को भी चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है.तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में राजीव कुमार के मुख्य चुनाव आयुक्त पद से रिटायर होने के बाद एक चुनाव आयुक्त का पद खाली हो गया था क्योंकि ज्ञानेश कुमार प्रोन्नत होकर मुख्य चुनाव आयुक्त बन गए हैं. विधि एवं न्याय मंत्रालय की अधिसूचना (17.02.2024) के अनुसार डॉ विवेक जोशी ने निर्वाचन सदन में चुनाव आयुक्त के पद पर योगदान दे दिया है. डॉ विवेक जोशी 1989 बैच के हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. मार्च 2024 में आईएएस अधिकारी सुखबीर सिंह संधू भी चुनाव आयुक्त नियुक्त किए गए थे.