रांची (RANCHI) : झारखंड में सोने की खदान की संभवना बढ़ गई है. यहां के जमीन के अंदर अलग-अलग क्षेत्र में कई ऐसे खनिज है. जिसकी नीलामी होने से राज्य की तकदीर बदल सकती है. फिलहाल राज्य सरकार की एजेंसी झारखंड एक्सप्लोरेशन एंड माइनिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेइएमसीएल) के द्वारा रांची, सरायकेला और खूंटी में सोने की खदान की खोज कर रही है. संभवना है कि खदान दो माह के अंदर खोज लिया जाएगा. इसके बाद नीलामी की प्रक्रिया पूरी होगी और फिर सोना निकालना शुरू हो जाएगा.
जानकारों के मुताबिक झारखंड की धरती में हर तरफ अलग अलग खनिज है. यहां अभरक, कोयला, लिथियम, बॉक्साइड के बाद अब सोने की खदान की भी संभावना है. झारखंड को ठीक तरीके से सर्च किया जाए तो यहां कई दुर्लभ खनिज मिल सकते है. जिसकी कीमत देश से लेकर विदेश तक अच्छी खासी है. खास कर झारखंड में जब सोना की खदान तलाश की जा रही है तो यहां इससे इनकार नहीं कर सकते है कि सोना नहीं है. बल्कि अच्छी मात्रा में निकल सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खूंटी के उलिहुरांग में सोने की खदान की खोज चल रही है. यहां भारी मात्रा में सोना मिलने की संभावना है. कंपनी दो माह के अंदर इस क्षेत्र में सोने की तलाश पूरी कर लेगी. साथ ही इसके बाद राज्य सरकार को रिपोर्ट दी जाएगी, जिसमें बताया जाएगा कि कितना सोना उस क्षेत्र में है और खदान शुरू करने में कितना समय लगेगा.
खूंटी के अलावा रांची और सरायकेला में भी सोने की खदान की खोज की जा रही है. जिसमें संभवना है कि बड़ी मात्रा में सोना जमीन के अंदर है. अब इसे लेकर खोज तेज कर दिया गया है. जल्द ही सभी जिलों में सोने की खदान को लेकर राज्य सरकार के पास रिपोर्ट पहुंचेगी और साल 2025 के अंत तक सभी जगह से सोना निकलना भी शुरू हो जाएगा.
बता दें कि इससे पहले भी पूर्वी सिंहभूम और सरकेला में सोने की भंडारण की पुष्टि हो चुकी है. पूर्वी सिंहभूम में सोने की खदान से सोना निकाला भी गया है. इस खदान की पुष्टि होने के बाद से ही खान विभाग सोना खोजने की दिशा में आगे बढ़ा है. अब उम्मीद है कि राज्य में जल्द सोना की खदान शुरू हो जाएगी. जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और क्षेत्र की तस्वीर भी बदल सकेगी.
रिपोर्ट-समीर