टीएनपी डेस्क(TNP DESK): सोने की ज्वेलरी की क्या बात हर व्यक्ति की चाहत होती है कि वह सोने के बने सामान पहने. ज्वेलरी की अपनी एक अलग खासियत होती है. यह एक पूंजी भी है और स्टेटस सिंबल का प्रतीक भी. बहुत सारे लोग सोने में निवेश भी करना चाहते हैं. इसका बड़ा बाजार भारत समेत पूरी दुनिया में है.
चलिए यह बात तो हुई सोने (गोल्ड) की लेकिन जान जाइए सोना आपके घर में अब कीमती रह पाएगा या नहीं इसको आप परख लीजिए. सोने की पहचान और उसकी गुणवत्ता को आप जांच लीजिए अन्यथा आप नुकसान में हो सकते हैं. भारत सरकार ने एक नया नियम बनाया है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है.
भारत सरकार के उपभोक्ता मंत्रालय ने काफी विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया कि सोना यानी गोल्ड को एक जैसा टनाटन खरा होना हम सभी जानते हैं कि सोने की ज्वेलरी की गुणवत्ता को हॉलमार्क से जाना जाता है. उपभोक्ता मंत्रालय ने तय किया है कि अब बाजार में 6 अल्फान्यूमैरिक हॉलमार्क वाले आभूषण ही बिकेंगे. बहुत सारे लोगों के पास फोर डिजिट अल्फान्यूमैरिक हॉल मार्क वाले आभूषण या ज्वेलरी है.
6 अंक वाले अल्फान्यूमैरिक हॉल मार्क वाली ज्वेलरी ही बिक सकेगी
उपभोक्ता मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी निधि खरे ने कहा है कि 1 अप्रैल, 2023 से सिर्फ और सिर्फ 6 अंक वाले अल्फान्यूमैरिक हॉल मार्क वाली ज्वेलरी ही बिक सकेगी. इसका मतलब यह समझिए कि अगले महीने से अगर आपके पास 4 अंक वाली हॉलमार्क ज्वेलरी है तो आप उसे बेच नहीं सकते हैं उसे कोई नहीं खरीद पाएगा. स्पष्ट है कि ऐसी ज्वेलरी या तो आप अपने उपयोग के लिए रखें लेकिन यह आपके निवेश का विषय नहीं रह पाएगा. वाकई यह एक महत्वपूर्ण निर्णय है जिससे बहुत सारे लोग प्रभावित होंगे. स्पष्ट तौर पर कहा जाए तो 6 अंक से कम अल्फान्यूमैरिक हॉलमार्क वाले गहने की बाजार में कीमत कुछ नहीं होगी. अगर किन्ही को अपनी ज्वेलरी बेचकर पैसा इकट्ठा करना है तो मार्च के अंत तक यह काम कर लें.