टीएनपी डेस्क(TNP DESK): विमानन कंपनी गो फर्स्ट की सेवा एक बार फिर से शुरू हो रही है.पिछले 3 मई से इसका ऑपरेशन बंद हो गया था.लेकिन विमानन नियामक डीजीसीए ने इसकी इजाजत दे दी है.
जानिए इस संबंध में विस्तार से
एयरलाइन के समाधान पेशेवर ने सेवाएं फिर से बहाल करने की योजना 28 जून को डीजीसीए को लिखित रूप में थी. डीजीसीए की कंपनी ने मुंबई और दिल्ली में उड़ानों से संबंधित विभिन्न सुविधाओं का स्पेशल ऑडिट कराया जिसमें यह पाया गया कि गो फर्स्ट एयरलाइंस द्वारा सेवा से संबंधित सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है. उसके बाद ही यह इजाजत दी गई है.
कितने विमानों के उड़ान की मिली है अनुमति
डीजीसीए ने गो फर्स्ट एयरलाइंस को 15 विमानों और 114 दैनिक उड़ानों के संचालन की इजाजत दी है. एयरलाइंस के खिलाफ दिवाला समाधान प्रक्रिया चल रही है. डीजीसीए ने यह भी कहा है कि वर्तमान में दी गई औपबंधिक स्वीकृति दिल्ली उच्च न्यायालय और एनसीएलटी कि दिल्ली पीठ के समक्ष लंबित रिट याचिकाओं या आवेदनों के नतीजों पर निर्भर करेगी. जिस प्रकार के फैसले आएंगे, उसके हिसाब से भविष्य में निर्णय लिया जाएगा. गो फर्स्ट सस्ती विमान सेवा के लिए जानी जाती रही है.लेकिन कई बार इसकी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया गया है.यात्रियों की शिकायतें भी रही हैं.इसके अलावा इसकी वित्तीय स्थिति धीरे-धीरे बेहद खराब हो गई.नौबत ऐसी आ गई कि इसे ईंधन के पैसे भी जुगाड़ करना मुश्किल हो गया था.इसलिए पिछले 3 मई से इस एयरलाइंस की उड़ानें बंद हो गई थीं. एयरलाइंस के सारे विमान ग्राउंडेड हो गए थे.