टीएनपी डेस्क: आजकल फेमस होने के लिए कौन क्या नहीं करता. इसका सीधा उदाहरण एल्विश यादव को देख ही लगाया जा सकता है. यूट्यूब से अपना नाम बनाने से लेकर बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विजेता बनने तक एल्विश काफी युवाओं के दिल पर राज करने लगे. बिग बॉस जीतने के बाद धीरे धीरे सोशल मीडिया पर भी सिर्फ एल्विश का ही बोलबाला होने लगा. एल्विश के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी फैंस की बढ़ोत्तरी होने लगी. लेकिन कहते हैं न कि, रातों रात शोहरत पाने के बाद किसी किसी पर शोहरत सिर पर चढ़ कर बोलने लगता है. ऐसे में और शोहरत पाने की ललक में वह अक्सर गलत तरीके और गलत रास्तों पर चल देता है. इस बात का अंदाजा एल्विश यादव के हालात को देख कर ही आप लगा सकते हैं. सोशल मीडिया में फेमस होने से लेकर पार्टियों में अपना स्वैग और दबदबा दिखाने के लिए किये गए सारे काम आज एल्विश पर ही भारी पड़ रहे हैं. एल्विश पर रेव पार्टियों में स्नेक वेनम यानी सांप के जहर को सप्लाई करने का आरोप लग चुका है. इतना ही नहीं, ड्रग्स फाइनेंस और मनी लॉड्रिंग जैसे कई मामलों में भी एल्विश चर्चे में आ चुके हैं और पुलिस के चक्कर काटते दिखाई दे चुके हैं. जानिए एल्विश यादव के फेमस होने से लेकर अब तक की कहानी.
कौन है एल्विश यादव
एल्विश यादव का नाम एल्विश नहीं है बल्कि उनका असली नाम सिद्धार्थ यादव है. 14 सितंबर 1997 को हरियाणा में जन्मे सिद्धार्थ ने अपना नाम अपने बड़े भाई के निधन हो जाने के कुछ सालों बाद ही बदलकर एल्विश रख लिया था. अपनी स्कूली पढ़ाई हरियाणा के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल से करने के बाद दिल्ली के हंसराज कॉलेज से अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की है. पढ़ाई पूरी होने के बाद एल्विश ने अपना करियर यूट्यूब से शुरू किया. क्योंकि, एल्विश मशहूर यूट्यूबर आशीष चंचलानी और अमित भड़ाना से बहुत ज्यादा प्रेरित थे.
एल्विश का करियर
एल्विश ने 29 अप्रैल 2016 को अपना यूट्यूब चैनल 'द सोशल फैक्ट्री' शुरू किया. धीरे धीरे एल्विश के यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइबर की बढ़ोत्तरी होने लगी. जिसके बाद उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल का नाम 'द सोशल फैक्ट्री' से बदलकर एल्विश यादव ही कर दिया था. इस चैनल के साथ साथ एल्विश ने 2019 में 'एलविश यादव व्लॉग्स' और 'एलविश यादव गेमिंग' गेमिंग चैनल भी शुरू किया. अगस्त साल 2023 तक एल्विश के यूट्यूब पर 13.2 मिलियन सब्सक्राइबर थे. इसके बाद साल 2023 में ही एल्विश ने रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 में वाइल्ड कार्ड एंट्री मारी और रियलिटी शो के विजेता बनकर बाहर आए. बिग बॉस से एल्विश के नेम-फेम में भी बढ़ोत्तरी हो गई. शोहरत और नाम पाने के बाद अब एल्विश कपड़ों के ब्रांड 'सिस्टम क्लोदिंग' और 'एल्ग्रो वुमेन' के मालिक हैं.
एक रेव पार्टी पड़ी महंगी
बिग बॉस से फेमस होने के बाद सोशल मीडिया में एल्विश के फैंस में बढ़ोत्तरी हो गई. रातों रात शोहरत पाने के बाद लाखों युवाओं के दिल में एल्विश राज करने लगे. लेकिन 2 नवंबर 2023 की रात में नोएडा में की गई एक रेव पार्टी ने उनकी किस्मत बदल दी. नोएडा के सेक्टर 51 के सेवरोन बैंक्वेट हॉल में हुए रेव पार्टी में शामिल 5 लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था. क्योंकि, उस रेव पार्टी में स्नेक वेनम यानी सांप के जहर का नशा किया जा रहा था. पुलिस ने इस पार्टी से कुल 9 सांप, जिसमें 1 अजगर, 2- दो मुहें सांप, 1 रेड स्नैक और 5 कोबरा को बरामद किया था. जिसके बाद जांच करने पर पता चला की सारे सांपों में वेनॉम ग्लैंड्स जिसमें जहर होता है, वह गायब है. साथ ही पुलिस ने 20ml सांप का जहर भी आरोपियों के पास से बरामद किया. इन सांपों के जहर का इस्तेमाल इस तरह के रेव पार्टियों में नशा करने के लिए किया जाता है.
मनी लॉन्ड्रिंग का भी मामला दर्ज
हालांकि, यह केस पुलिस की फाइल में दबकर रह जाता. लेकिन इस मामले ने तूल तब पकड़ा जब भाजपा सांसद और पीएफए ऑर्गेनाइजेशन की हेड मेनका गांधी ने इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद से ही पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल करनी शुरू की. पुलिस द्वारा किये गए इस जांच पड़ताल में पता चला की इस हाई प्रोफाइल जहरीले पार्टियों के पीछे मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव भी शामिल हैं. जिसके बाद से ही एल्विश यादव से पुलिस पूछताछ कर रही है. इतना ही नहीं, इसके बाद ईडी ने एल्विश के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया और तब से एल्विश इस मामले में ईडी के रडार पर बने हुए है. इस मामले में एल्विश 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल में भी रह चुके हैं. हालांकि, इस बात से एल्विश अब तक मुकरते हुए आ रहे हैं.
आज फिर ईडी एल्विश से करेगी पूछताछ
मई 2024 में सबसे पहले ईडी ने एल्विश से इस मामले में पूछताछ की थी. करीब सात घंटे चले इस पूछताछ में एल्विश ईडी के प्रश्नों का जवाब देने से बचते रहे थे. लेकिन आज फिर ईडी ने एल्विश को पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी एल्विश से यह जानने की कोशिश कर रही है कि, स्नेक वेनम सप्लाई करने में कौन कौन लोग शामिल हैं और कहां कहां इसका नेटवर्क फैला हुआ है. साथ ही ईडी एल्विश के बैंक खातों, महंगी गाड़ियों, संपत्ति, विदेशी यात्राओं और इनकम टैक्स जैसे हुए खर्चों की राशि के बारे में जानकारी निकालने की कोशिश कर रही है.