टीएनपी डेस्क(TNP DESK): मोरक्को के खिलाफ 2-0 की जीत ने फ़्रांस को फिर से वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा दिया है. लगातार दूसरी बार फ़्रांस फाइनल में पहुंचा है. फ़्रांस पिछली बार का वर्ल्ड चैंपियन है और उसकी निगाहें लगातार दूसरी बार कप जीतने पर टिकी हुई है. मगर, फाइनल में उसका सामना अर्जेन्टीना जैसी मजबूत टीम से होगी. अर्जेन्टीना ने सेमीफाइनल में क्रोएशिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई है. अर्जेन्टीना के टीम की कमान महान फुटबॉलर मेसी के हाथों में हैं. वर्ल्ड कप फाइनल के बाद मेसी अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल से सन्यास ले लेंगे. ऐसे में उनके फैंस उन्हें वर्ल्डकप के साथ विदा करना चाहेंगे. फाइनल में अर्जेन्टीना और फ़्रांस के बीच बहुत ही कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है. दोनों ही टीमों के खिलाड़ी शानदार फॉर्म में हैं और इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाले भी खिलाड़ी इन्हीं दोनों टीम में हैं. ऐसे में मुकाबला बहुत ही दिलचस्प होगा.
मेसी और एम्बाप्पे के बीच गोल्डन बूट की रेस
वर्ल्ड कप 2022 के लिए जहां फाइनल में फ़्रांस और अर्जेन्टीना के बीच जंग होगी, तो वहीं गोल्डन बूट के लिए अर्जेन्टीना के मेसी और फ़्रांस के एम्बाप्पे के बीच जंग होगी. दोनों ही खिलाड़ियों ने इस वर्ल्ड कप में अब तक 5-5 गोल किये हैं और फाइनल में दोनों ही खिलाड़ी गोल दागकर गोल्डन बूट को अपने नाम करना चाहेंगे. मेसी और एम्बाप्पे के साथ ही फ़्रांस के ओलिवियर जिरूड और अर्जेन्टीना के जूलियन अल्वारेज भी गोल्डन बूट की रेस में हैं. इन दोनों के नाम 4-4 गोल हैं, ऐसे में इन दोनों में से कोई खिलाड़ी एक से ज्यादा गोल करता है तो वो भी गोल्डन बूट जीत सकता है.
गोल्डन बूट कैसे तय होता है?
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट दिया जाता है. यदि दो खिलाड़ी समान संख्या में गोल करते हैं, तो पुरस्कार उस खिलाड़ी को जाता है, जिसने पेनल्टी से कम गोल किए हैं. अगर, फिर भी टाई होता है तो अधिक असिस्ट करने वाले खिलाड़ी को पुरस्कार दिया जाता है. लेकिन, इसके बाद भी एक से अधिक खिलाड़ियों के बीच टाई होता है, तो 2006 से टाई-ब्रेकर उस खिलाड़ी को जाता है जिसने टूर्नामेंट में सबसे कम मिनट खेले हैं.