टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कतर में खेले जा रहे फीफा वर्ल्ड कप 2022 के सेमी फाइनल में क्रोएशिया को हरा कर अर्जेन्टीना की टीम फाइनल में पहुंच चुकी है. अब अर्जेन्टीना की टीम की नजर वर्ल्ड कप का खिताब जीतने पर है. मेसी दूसरी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचे हैं. सेमी फाइनल में क्रोएशिया पर जीत में मेसी का भी योगदान रहा. मेसी ने मैच में एक गोल दागा. इस शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच से भी नवाजा गया.
अर्जेन्टीना की टीम भले ही फाइनल में पहुंच चुकी है, लेकिन फाइनल मैच से पहले ही अर्जेन्टीना और दुनिया भर के फैंस के लिए बुरी खबर आई है. खबर है कि फीफा वर्ल्ड कप 2022 का फाइनल मैच लियोनेल मेस्सी का आखिरी इंटरनेशनल मैच होगा. एक रिपोर्ट के अनुसार, लियोनेल मेसी ने पुष्टि की है कि फीफा विश्व कप फाइनल अर्जेंटीना के लिए उनका आखिरी मैच होगा. फाइनल मैच के बाद मेसी रिटायरमेंट ले लेंगे.
फाइनल के बाद मेसी कह देंगे अलविदा
लियोनेल मेसी ने कथित तौर पर पुष्टि की है कि 2022 फीफा विश्व कप फाइनल अर्जेंटीना के लिए उनका आखिरी गेम होगा. मेसी पेनल्टी स्पॉट से निशाने पर थे और तीसरा गोल भी किया जिससे अर्जेंटीना ने बुधवार को पहले सेमीफाइनल में क्रोएशिया को 3-0 से हरा दिया. मेस्सी, जिन्होंने टूर्नामेंट में अब तक पांच गोल किए हैं, सूची में गेब्रियल बतिस्तुता (10) को पीछे छोड़ते हुए विश्व कप में अर्जेंटीना के सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं. 35 वर्षीय मेसी के नाम पर अब तक 11 विश्व कप गोल दर्ज हैं.
जूनियर टीम के लिए मेसी ने किए 14 खेलों में 21 गोल
लियोनेल मेसी जिनका पूरा नाम लियोनेल एंड्रेस मेसी है, उनका जन्म जन्म 24 जून, 1987 को रोसारियो, अर्जेंटीना में हुआ था. मेसी ने एक लड़के के रूप में फुटबॉल खेलना शुरू किया और 1995 में नेवेल्स ओल्ड बॉयज़ (रोसारियो-आधारित शीर्ष-डिवीजन फुटबॉल क्लब) की युवा टीम में शामिल हो गए. मेसी के अभूतपूर्व कौशल ने अटलांटिक के दोनों किनारों पर प्रतिष्ठित क्लबों का ध्यान उनकी ओर आकर्षित किया. 13 साल की उम्र में मेसी और उनका परिवार बार्सिलोना आ गया और उन्होंने एफ़सी बार्सिलोना की अंडर-14 टीम के लिए खेलना शुरू किया. उन्होंने जूनियर टीम के लिए 14 खेलों में 21 गोल किए.
2004-05 सीज़न में मात्र 17 वर्ष की उम्र में मेसी स्पेनिश ला लीगा (देश का फुटबॉल का सर्वोच्च डिवीजन) में सबसे कम उम्र के आधिकारिक खिलाड़ी और गोल स्कोरर बने. उस समय उनका केवल 5 फीट 7 इंच (1.7 मीटर) लंबा और 148 पाउंड (67 किलोग्राम) वजन का था. वह मैदान पर मजबूत, संतुलित और बहुमुखी थे. 2005 में उन्हें स्पेनिश नागरिकता प्रदान की गई. बार्सिलोना के उग्र कैटलन समर्थकों द्वारा मिश्रित भावनाओं के साथ उनका स्वागत सम्मान किया गया. इसके अगले ही साल मेसी और बार्सिलोना ने चैंपियंस लीग (यूरोपीय क्लब चैम्पियनशिप) का खिताब जीता.
कई रिकॉर्ड किए अपने नाम
मेस्सी के खेल में वर्षों से तेजी से सुधार जारी रहा और 2008 तक वह दुनिया के सबसे प्रमुख खिलाड़ियों में से एक थे. 2008 फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर के लिए मतदान में मैनचेस्टर यूनाइटेड के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे स्थान पर रहे. 2009 की शुरुआत में मेसी ने 2008-09 के सीजन में एफसी बार्सिलोना को क्लब के पहले "ट्रेबल" (एक सीजन में तीन प्रमुख यूरोपीय क्लब खिताब जीतना) पर कब्जा करने में मदद करके शानदार प्रदर्शन किया और उनकी टीम ने ला लीगा चैंपियनशिप जीती, कोपा डेल रे (स्पेन की प्रमुख) घरेलू कप) और चैंपियंस लीग का खिताब. उन्होंने उस सीज़न के दौरान 51 मैचों में 38 गोल किए और उन्होंने फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर सम्मान के लिए मतदान में रिकॉर्ड अंतर से रोनाल्डो को पछाड़ दिया. 2009-10 सीज़न के दौरान मेसी ने घरेलू खेलों में 34 गोल किए और बार्सिलोना फिर से ला लीगा चैंपियन बना. उन्होंने यूरोप के अग्रणी स्कोरर के रूप में गोल्डन शू पुरस्कार अर्जित किया और उन्हें वर्ष 2010 का विश्व खिलाड़ी नामित किया गया.
फाइनल में फ़्रांस और मोरक्को के बीच के विजेता टीम के साथ होगी भिड़ंत
मेसी ने अपने कैरियर में लगभग सारे के सारे रिकॉर्ड अपने नाम किए. मगर, उनकी एक इच्छा अब तक पूरी नहीं हो पाई है, वो इच्छा है वर्ल्ड कप जीतने का. इस बार जब मेसी अपना आखिरी वर्ल्डकप खेल रहे हैं तो उनकी कोशिश होगी कि इस बार वर्ल्ड कप जीत कर ही रिटायरमेंट लिया जाए. फाइनल में उनका मुकाबला फ़्रांस और मोरक्को के बीच के विजेता टीम के साथ होगी.