रांची(RANCHI): झारखंड में कारोबारियों से लेकर सत्ता पर बैठे राजनेताओं तक ईडी लगातार कार्रवाई कर रही है. ईडी की इस कार्रवाई से अवैध तरीके से पैसे कमाने वाले लोगों में डर और भय का माहौल है. इसी कड़ी में ईडी ने झारखंड के कई अधिकारियों के चहेते विशाल चौधरी को दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा है. दरअसल, विशाल अपनी पत्नी के साथ थाइलैंड जाने के फिराक में था. लेकिन विशाल को ईडी ने वहीं से उन्हें रोक दिया है. वहीं, विदेश जाने से रोकने के अलावा ईडी ने विशाल को समन जारी कर पेश होने को भी कहा है.
28 नवंबर को ईडी कार्यालय जायेंगे विशाल
बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट पर ईडी के द्वारा विशाल और उसकी पत्नी को विदेश जाने से रोक दिया गया. इसके अलावा विशाल को 28 नवंबर को ईडी कार्यालय पूछताछ के लिए बुलाया गया है. विशाल से पूछताछ की खबरे जैसे ही पता चली राज्य के कई बड़े राजनेता से लेकर अधिकारियों तक में खलबली मची हुई है.
विशाल का सत्ता से लेकर अधिकारियों तक में है अच्छी पकड़
बता दें कि विशाल चौधरी की पैठ झारखंड में सत्ता की गलियारों से लेकर अधिकारियों तक है. इसी रसूख का फायदा विशाल चौधरी उठाता था. कोरोना काल में विशाल चौधरी की कंपनी से ही राज्य सरकार ने कोरोना जांच किट की खरीदारी की थी. इसके अलावा झारखंड में गरीब बच्चों को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग का जिम्मा भी विशाल की कंपनी विनायक ग्रुप के पास थी. ऐसे में कई बड़े राजनेता से लेकर अधिकारियों तक विशाल का उठना बैठना था. अगर ईडी विशाल से पूछताछ करती है तो कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं.
पूछताछ में खुल सकते हैं कई राज
बता दें कि 28 नवंबर को होने वाली पूछताछ में विशाल चौधरी से ईडी कड़े सवाल कर सकती है. विशाल चौधरी से पूछताछ में कई अधिकारियों के राज खुल सकते है. विशाल से पूछताछ के बाद किस अधिकारी का नंबर आएगा यह बताना मुश्किल है. लेकिन बड़े पद पर बैठे कई अधिकारी रडार पर आ सकते हैं.
ईडी ने की थी विशाल के आवास पर छापेमारी
बता दें कि विशाल चौधरी के अशोक नगर स्थित आवास और दफ्तर में 24 मई को ईडी ने छापेमारी किया था. इस छापेमारी में कई दस्तावेज मिले थे. इसमें यह भी बात सामने आई थी कि विशाल चौधरी के आवास पर कई आईएएस और आईपीएस की बैठकी होती थी. कई फाइल को भी अधिकारी इसके आवास पर बैठ कर निपटाते थे.
रघुवर दास से भी थे अच्छे रिश्ते
सूत्रों की मानें तो विशाल चौधरी का पूर्व की रघुवर सरकार के दौरान भी अच्छी पकड़ थी. हालांकि, रघुवर दास की सत्ता जाते ही विशाल ने वर्तमान सरकार और उनके अधिकारियों से रिश्ते बनाने शुरू किए और वो सफल रहा. विशाल से ईडी की पूछताछ में क्या कुछ सामने आता है इसके लिए आपको 28 नवंबर तक इंतजार करना होगा. लेकिन ये साफ है कि कई लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली है.