रांची(RANCHI): झारखंड एक ऐसा राज्य है. जहां जमीन की खरीद बिक्री आशानी से नहीं हो सकती है. यही वजह है कि झारखंड में मौजूद शहर का विकास अन्य राज्यों के मुकाबले नहीं हो पाता है. जमीन की प्रवृत्ति काफी अलग अलग है. SC/ST की जमीन संरक्षण को लेकर सरकार में कई कानून बना रखा है. जिससे जंगल और जमीन बची रहे. लेकिन इन जमीनों पर दलालों की नजर पड़ गई. गरीब आदिवासी की जमीन को रसूख के दम पर बेचना शुरू कर दिया. इस खेल में दलाल से लेकर अधिकारी तक मिले रहते है. पैसे के दम पर जमीन का कागजात तैयार कर बिक्री करना शुरू कर दिया है. इसका खुलासा ईडी की जांच में हुआ है. ED ताबड़तोड़ कार्रवाई कर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजने में लगी है.
मंगलवार को हुई ईडी की छापेमारी के बाद JMM नेता समेत चार को गिरफ्तार किया गया. इसमें अंतु तिर्की, जमीन दलाल बीपीन सिंह,प्रिय रंजन सिंह और इरशाद को जेल भेज दिया. बाद में कोर्ट से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.इस पूछताछ में कई जानकारियां निकल कर सामने आ रही है. इस पूरे सिंडिकेट में अभी और भी कई मोहरे है. जिनपर ईडी कार्रवाई कर सकती है.
बता दे कि जमीन की फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले सद्दाम के पास ईडी को डायरी मिली है. इस डायरी के जरिये ही JMM नेता अंतु तिर्की का नाम सामने आया. डायरी में जिक्र है कि अंतु तिर्की के साथ कब और कितना पैसा का लेन देन किया गया है. इसके अलावे इस डायरी में और भी कई जानकारियां ईडी को मिली है. कैसे जमीन को कब्जे में लेकर खरीद बिक्री की गई है. इससे जुड़ी भी जानकारी हाथ लगी है.
ईडी को जांच में जानकारी मिली की कथित हेमन्त सोरेन की कब्जे वाली बड़गाई मौजा की 8.86 एकड़ जमीन में से 1.16 एकड़ जमीम गैर आदिवासी को बेच दी गई है. इस 1.16 एकड़ जमीन बिक्री करने को लेकर फर्जी दस्तावेज बनाया गया. उसके बाद जमीन को बेच दिया गया. इस फर्जी दस्तावेज को कोलकाता से रांची लाया गया था. अब इस दस्तावेज के जरिए कैसे जमीन की रजिस्ट्री की गई. इसकी भी जांच ईडी कर रही है.