टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-दिवंगत जगरनाथ महतो के निधन के बाद, डुमरी विधानसभा की सीट खाली है . इस पर उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग की ओर से जल्द ही वोटिंग की तारीख का एलन हो सकता है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इस महीने की आखिरी तरीख तक इसकी घोषणा कर दी जाएगी. हालांकि, इसे लेकर अभी से ही चुनावी बयार बहाने लगी है .
I.N.D.I.A का प्रत्याशी तय
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाकर पहले ही तय कर दिया है कि , जेएमएम की प्रत्याशी स्वर्गीय जगरनाथ महतों की वाइफ बेबी देवी ही होगी. जिन्हें सत्ताधारी गठबंधन का साथ मिलेगा . बेबी देवी का सीधा मुकाबला एनडीए की प्रत्याशी से होगा. हालांकि, कौन मुकाबले में उतरेगा इसे लेकर अभी एनडीए खेमा मंथन ही कर रहा है . हालांकि, बीजेपी या आजसू में से ही कोई एक होगा .
आजसू के उम्मीदवार उतरने की संभावना
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि, जिस तरह रामगढ़ चुनाव मे बीजेपी ने आजसू प्रत्याशी को साथ दिया था. वैसे ही डुमरी में भी आजसू के उम्मीदवार पर दांव लगायेगी. 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू की प्रत्याशी यशोा देवी दूसरे नंबर और भाजपा के प्रदीप साहू तीसरे पायदान पर थी . पिछली बार झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आजसू ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. जिसका खामियाजा दोनों पार्टियों को उठना पड़ा था, अगर साथ लड़ते तो शायद रिजल्ट कुछ और होता.
आजसू और बीजेपी एक साथ लड़ेंगी चुनाव !
डुमरी उपचुनाव में भाजपा और आजसू मिलकर चुनाव लड़ती है, तो लाजमी है कि जेएमएम के लिए चुनाव जीतना उतना आसान तो नहीं होगा . पिछले चुनाव में आजसू औऱ बीजेपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. जिसके चलते जगरनाथ महतों ने बड़ी जीत दर्ज की थी. अगर आजसू और बीजेपी साथ लड़ती तो परिणाम शायद एनडीए के पक्ष में हो सकता था . इधर रामगढ़ उपचुनाव में जिस तरह आजसू ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लडा औऱ महागठबंधन से सीट छीन ली. उससे उसके हौंसले बुलंद है . भाजपा को अहसास हो गया है कि झारखंड में अकेले चुनाव नहीं जीता जा सकता . लिहाजा, उसने रामगढ़ में आजसू को साथ दिया . इसे देखते हुए डुमरी में भी यह प्रयोग एनडीए करेगी . अगर देखा जाए तो राज्य में अभी तक पांच उपचुनाव हो चुके हैं औऱ डुमरी में छठा होने वाला है . पिछले पांच उपचुनाव में जेएमएम की अगुवाई वाली सत्ताधारी गठबंधन ने चार में जीत दर्ज की, सिर्फ रामगढ़ में उसे हार का सामना करना पड़ा . डुमरी उपचुनाव जेएमएम के लिए चुनौती भरा होगा, क्योंकि आजसू औऱ भाजपा साथ मिलकर लडते है, तो जीत की राह थोड़ी मुश्किल होगी.
रिपोर्ट- शिवपूजन सिंह