दुमका(DUMKA): झारखंड की उपराजधानी दुमका में 20 नवंबर को मतदान है राजनीतिक दृष्टि से यह सीट काफी हॉट सीट माना जाता है. यहां से चुनाव जीतने वाले कई जनप्रतिनिधि मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके हैं. चुनावी विसात पर शह और मात का खेल जारी है. इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी सुनील सोरेन और झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन के बीच है. दोनों ही प्रत्याशी द्वारा जनसंपर्क के दौरान जमकर पसीना बहाया जा रहा है.
विश्वकर्मा समाज ने बसंत सोरेन को समर्थन देने की घोषणा की
झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन ने शहर के नापितपाड़ा और बगानपाड़ा में जनसंपर्क अभियान चला कर लोगों से वोट मांगा. इसी कड़ी में विश्वकर्मा समाज द्वारा बसंत सोरेन को समर्थन देने की घोषणा की गई. विश्वकर्मा समाज के जिलाध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने कहा कि आज विश्वकर्मा समाज के समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. समाज के लोगों को नौकरी मिले या ना मिले लेकिन रोजगार ना छीना जाए. क्योंकि समाज के लोग दूसरों को भी रोजगार देते हैं. उन्होंने बसंत सोरेन के समक्ष समाज की मांगों को रखा.
विश्वकर्मा समाज की मांग पर झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन ने आश्वासन दिया कि झामुमो की सरकार बनाइये आपकी मांगों को पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि झामुमो हर वर्ग और समुदाय के बारे में सोचती है. विधायक के रूप में उनका प्रयास रहता है कि दुमका का सर्वांगीण विकास हो.
जनसंपर्क के दौरान कई लोगों ने थामा झामुमो का दामन
बसंत सोरेन के जनसंपर्क के दौरान कई लोगों ने झामुमो का दामन थामा. वैसे तो संताल परगना प्रमंडल को झामुमो का गढ़ कहा जाता है लेकिन सच्चाई यह भी है कि दुमका के शहरी मतदाता का रुझान हमेशा भाजपा की तरफ रहता है. इस चुनाव में बसंत सोरेन लगातार भाजपा को झटका दे रहे है. अब तक सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता झामुमो का दामन थाम चुके हैं. अभी तो विश्वकर्मा समाज का समर्थन झामुमो को मिला है, आने वाले समय मे कई और समाज इस तरह की घोषणा कर सकते हैं
रिपोर्ट: पंचम झा