धनबाद(DHANBAD): धनबाद के निवर्तमान सांसद पशुपतिनाथ सिंह उर्फ भाई जी का "विजय पताका" लेकर मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी ,बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो नामांकन करेंगे. तीन बार के सांसद रहे पशुपतिनाथ सिंह ने धनबाद लोकसभा क्षेत्र का विजय पताका ढुल्लू महतो को सौंप दिया है. अब इस पताके की लाज बचाना भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो की जिम्मेवारी है .आज ढुल्लू महतो नामांकन करेंगे. इसकी तैयारी की गई है. नामांकन करने के एक दिन पहले एनडीए के घटक दलों ने एक जुटता का प्रदर्शन किया. साझा बैठक की. आज भाजपा धनबाद में अपनी ताकत भी दिखाएगी, क्योंकि नामांकन के बाद रोड शो एवं गोल्फ मैदान में जनसभा भी होगी. इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी एवं आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो भी मौजूद रहेंगे.
ढुल्लू महतो ने पशुपतिनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया
भाजपा के प्रधान चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के समय पशुपतिनाथ सिंह ने कहा है कि ढुल्लू महतो धनबाद लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करें, यह खुशी की बात है. तीन बार धनबाद का सांसद रहा, चौथी पारी का विजय पताका ढुल्लू महतो को सौंपता हूं. लोगों की अपेक्षा को पूरा करें. इसकी शुभकामना भी देता हूं. सांसद ने कहा कि गर्मी बहुत है, जनसंपर्क में परेशानी है , बावजूद मेहनत करें, अति आत्मविश्वास में नहीं रहे. पशुपतिनाथ सिंह के हाथों से विजय पताका लेते हुए ढुल्लू महतो ने उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि भाजपा ने लोकसभा का टिकट दिया है, तो इसमें सांसद पीएन सिंह का भी आशीर्वाद है. वह अभिभावक हैं. उनके आदेश से ही टिकट की रेस में शामिल हुआ. पार्टी के लिए सांसद पशुपतिनाथ सिंह शिव के समान है. जरूरत पड़ी तो विष पान भी करने से परहेज नहीं करेंगे. धनबाद में भाजपा को मजबूत करने में पशुपतिनाथ सिंह जैसे नेताओं की भूमिका रही है. पार्टी को इनके जैसे नेताओं की हमेशा जरूरत पड़ेगी. पशुपतिनाथ सिंह का टिकट काटकर ढुल्लू महतो को भाजपा ने धनबाद से उम्मीदवार बनाया है. आज नामांकन के बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा. आज ढुल्लू महतो अपनी ताकत भी दिखलाएंगे .रोड शो और सभा में भीड़ जुटाने की कोशिश होगी.
कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह 1 मई को करेंगी नामांकन
बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह नामांकन करेगी. कांग्रेस भी ताकत दिखाने का प्रयास करेगी. अनुपमा सिंह के नामांकन में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर आदि मौजूद रहेंगे. नामांकन के बाद गोल्फ ग्राउंड में जनसभा भी होगी. धनबाद में सोमवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई. पहले दिन एक भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं हुआ. कुल 18 लोगों ने धनबाद लोकसभा के लिए नामांकन पत्र खरीदे. इनमें सामान्य वर्ग के 14, अनुसूचित जाति के तीन तथा अनुसूचित जनजाति के एक व्यक्ति शामिल हैं .मंगलवार और और बुधवार को नामांकन के बाद धनबाद में चुनाव प्रचार तेज होगा. धनबाद लोकसभा सीट को फिर से जितना बीजेपी के लिए जरूरी है तो कांग्रेस भी प्रयास करेगी कि यह सीट भाजपा से छीन लिया जाए.
2024 का क्या परिणाम होगा इसका खुलासा तो 4 जून को
1991 से अगर 2019 तक की बात की जाए तो सिर्फ 2004 को छोड़कर हर एक बार यहां से भाजपा का विजय पताका लहराया है .1991 में रीता वर्मा बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीती थी. पति जांबाज एसपी शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा की शहादत के बाद वह चुनाव राजनीति में आई और लगातार चार बार सांसद रही. उसके बाद उनका टिकट काटकर उस समय के विधायक रहे पशुपतिनाथ सिंह को टिकट दिया गया. पशुपतिनाथ सिंह लगातार तीन बार सांसद रहे, लेकिन चौथी बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया. भाजपा ने ढुल्लू महतो को उम्मीदवार बनाया है, तो कांग्रेस ने इस बार बेरमो के विधायक अनूप सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह को धनबाद लोकसभा से टिकट दिया है. 2004 में धनबाद लोकसभा से कांग्रेस के टिकट पर ददई दुबे जीते थे. उसके बाद से लगातार कांग्रेस हारती रही है. 2024 का क्या परिणाम होगा इसका खुलासा तो 4 जून को ही होगा लेकिन धनबाद का चुनाव इस बार रोचक होगा. धनबाद लोकसभा चुनाव को घात प्रतिघात के दौर से भी गुजरना होगा.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो