रांची(RANCHI): मध्यप्रदेश में आदिवासी युवक पर पेशाब करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस घटना को लेकर आदिवासियों में भाजपा के प्रति आक्रोश की भावना देखि जा रही है.वहीं इस मामले पर झारखंड में सियासी पारा चढ़ने लगा है. बाबूलाल मरांडी आदिवासियों के विरोध प्रदर्शन को ढोंग बताया है.बाबूलाल के इस बयान के बाद कांग्रेस ने बाबूलाल पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि क्या बाबूलाल मरांडी आदिवासी नहीं है. इतनी बड़ी घटना आदिवासी युवक के साथ हुई, इस पर अपनी मध्यप्रदेश सरकार का बचाव करने में लगे है. बाबूलाल को तो शिवराज सिंह चौहान से सवाल पूछना चाहिए कि आपके राज्य में इस तरह की घटना कैसे हुई है.
कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि बाबूलाल खुद आदिवासी है,लेकिन शायद भाजपा में जाने के बाद वह सब भूल गए है. मध्य प्रदेश सरकार से सवाल करने के बजाय हेमंत सोरेन सरकार से सवाल पूछ रहे है. बाबूलाल से पूछा की क्या जब वह मुख्यमंत्री थे तो झारखंड के लोग क्या स्वर्ग में चले गए थे. बाबूलाल अपनी सरकार का बचाव कर रहे है. मध्य प्रदेश में हुए पेशाब कांड पर बाबूलाल जैसे नेता से ऐसा बयान सोभा नहीं देता है.भाजपा के राज्य में आदिवासी सुरक्षित नहीं है. ये लोग सिर्फ आदिवासी मूलवासी के नाम पर राजनीति करते है.