पटना(PATNA):बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करना लालू प्रसाद के करीबी और राजद के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह को भारी पड़ सकता है. बता दें बिहार विधान परिषद के बजट सत्र की कार्यवाही के समय आरजेडी के विधायक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री की थी.सदन में इसे गंभीरता से लिया था और मामले को परिषद की आचार समिति को सौंप दिया था. उसकी रिपोर्ट पर अब फैसला आने का समय है. आशंका है कि आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह की सदस्यता खतरे में आ सकती है. सुनील कुमार सिंह के साथ साथ आरजेडी के एमएलसी कारी सोहैब ने भी मिमिक्री की थी. मामले में कारी सोहैब ने अपनी गलती स्वीकार कर ली थी लेकिन सुनील कुमार सिंह ने गलती नहीं स्वीकारी.समिति मामले की जांच के बाद रिपोर्ट सभापति को दे चुकी है.
सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने इस पर फैसला ले लिया है
तत्कालीन सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने इस पर फैसला ले लिया था. अब परिषद में पूर्व सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के फैसले को सार्वजनिक किया जाना है.इसे कार्यसूची में रखा भी गया है. एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर क्या फैसला आता है इसका इंतजार सदस्यों को है. रिपोर्ट आने के बाद राबड़ी देवी ने सभापति से पूछा हमलोगों को जानकारी दी जाए कि सुनील सिंह ने परिषद में क्या किया था.राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने भी सभापति से कहा कि आचार समिति से जुड़ा प्रतिवेदन आप एक बार देख लीजिए.
पढ़ें मामले पर राजद एमएलसी सुनील सिंह ने क्या कहा
इस दौरान पत्रकारों ने राजद एमएलसी सुनील सिंह से उनकी प्रतिक्रिया ली, उन्होंने सॉफ्टवेयर पर बताया कि उनके साथ षडयंत्र किया गया है. सुनील सिंह ने कहा कि विधानमंडल के लिए यह काला अध्याय है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. एक व्यक्ति को हटाने के लिए सभी नियमों को ताख पर रख दिया गया और जो प्रतिवेदन तैयार किया गया मीना से षड्यंत्र कार्यों द्वारा यह प्रतिवेदन तैयार किया गया है. सुनील सिंह ने कहा कि इस पर कल हम व्यापक चर्चा करेंगे. आज तो प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है, इस पर लंबी बहस होगी जो भी फैसला आएगा व्यापक स्तर पर हम सभी लोगों से बात करेंगे और अपनी बातों को रखेंगे.इसके अलावा सुनील सिंह ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना भी साधा.