छपरा(CHAPRA): छपरा शराब काण्ड के बाद जहां मृतकों की संख्या अब 70 पार करने वाली है वहीं अब तक किसी बड़े शराब माफिया की गिरफ़्तारी नहीं हुई है. लेकिन अब जरा छपरा में शराब कारोबार को देखिये. 13 दिसंबर को मशरख की घटना सामने आने के बाद पुलिस और उत्पाद विभाग हरकत में आई और पिछले 24 घंटा में पूरे जिले में मद्यनिषेध विशेष समकालीन महाअभियान चलाकर 87 लोगों को गिरफ्तार कर कुल 1050.81 लीटर शराब की बरामदगी की. गई वहीं 30 भट्ठी ध्वस्त कर 13000 लीटर अर्द्धनिर्मित शराब विनष्ट किया गया.
घटना से पहले क्यों नहीं हुई कार्रवाई
घटना घटित होने के बाद पूरे जिले में चलाये जा रहे मद्यनिषेध विशेष समकालीन महाअभियान के तहत पूरे जिला में 213 शराब कारोबारियों को गिरफ्तार कर कुल 5179.81 लीटर शराब बरामद किया गया और 80 मट्ठी ध्वस्त कर 18000 लीटर अर्द्धनिर्मित शराब विनष्ट किया गया है. अब सवाल उठता है की यह कार्रवाई बड़ी घटना होने के बाद ही क्यों होती है. क्यों नहीं शराब माफियाओं के खिलाफ पहले से कार्रवाई हुई. इसमें कोई दो राय नहीं की सिस्टम में शामिल अधिकारियों को सब जानकारी होती है लेकिन कार्रवाई नहीं होती है.
थाने से मिली शराब, लोग फैला रहे अफवाह
शराब कांड के बाद मशरक थाना से जब्त स्पिरिट और अन्य थाना में भी जब्त की गई स्पिरिट का सैंपल इकट्ठा कर जांच को भेजा गया है. एसपी ने बताया कि जिले के सभी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं पर कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि थाने से शराब निकली है. जबकि थाने में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं और उत्पाद विभाग और अन्य पुलिस टीम ने सैंपल लिया है. वैसे सभी बिंदुओं पर पुलिस टीम जांच कर रही है. लगातार शराब कारोबारियों के खिलाफ जिले में अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि शराब के कारोबार करने वाले कारोबारियों की सूची भी तैयार कर टीम छापेमारी जिले के सभी थाना क्षेत्र में कर रही है.
सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका
वहीं जहरीली शराब से मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है. याचिका में 60 लोग के मारे जाने की बात कही गई है. साथ ही इस घटना की जांच एसआईटी से कराने की मांग की गई है.