Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड के चुनाव में भाजपा ने प्रचारकों की बड़ी टीम मैदान में उतार दी है. झारखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुल 6 सभाएं प्रस्तावित हैं. दो सभाएं उनकी पूरी हो गई है. 10 नवंबर को प्रधानमंत्री चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेंगे. चंदन कियारी से 16 विधानसभा क्षेत्र को साधने की कोशिश होगी. संथाल परगना में प्रधानमंत्री दो जन सभाओं को संबोधित करेंगे. संथाल परगना में प्रधानमंत्री की संभावित दौरा 15 नवंबर को है. जानकारी के अनुसार झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री की सिर्फ 6 जनसभाएं प्रस्तावित है.संथाल परगना में एक जनसभा गोड्डा में प्रस्तावित है. दूसरे स्थान पर विचार चल रहा है. चंदनकियारी की सभा में प्रधानमंत्री के मंच पर धनबाद, बोकारो जिले के सभी 10 विधानसभा प्रत्याशियों को जगह दी जाएगी. संभव है कि गिरिडीह जिले के विधानसभा प्रत्याशियों को भी बुलाया जाए.
झारखंड के इतिहास में पहली बार कोई प्रधानमंत्री चंदन कियारी में जनसभा करने आ रहे
भाजपा ने धनबाद, बोकारो एवं गिरिडीह जिले को मिलाकर धनबाद प्रमंडल बना रखा है. इसमें 16 विधानसभा क्षेत्र हैं .6 विधानसभा क्षेत्र धनबाद के, चार बोकारो के और 6 गिरिडीह जिले के शामिल हैं. इधर चंदनकियारी में एनडीए और इंडिया में कांटे की टक्कर है. वैसे तो झारखंड में राजनीति का पारा लगातार चढ़ रहा है. हर सीट पर कांटे की टक्कर है. चंदन कियारी सीट पर सबकी नजर है. यह सीट हॉट बनी हुई है. इस सीट से प्रतिपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा में अमर कुमारी बाउरी का कद बड़ा है. ऐसे में चंदन कियारी का चुनाव उनके लिए खास है. तो भाजपा के लिए भी महत्वपूर्ण है. यह चुनाव अमर कुमार का भविष्य लिखेगा, वही इंडिया गठबंधन ने उमाकांत रजक को मैदान में उतारा है. इस सीट पर लड़ाई सीधी है. पिछले दो विधानसभा चुनाव में चंदन कियारी से जमीन तलाश रहे उमाकांत रजक के लिए भी यह चुनाव महत्वपूर्ण होगा. 2009 में इस सीट को वह जीत चुके हैं. झारखंड के इतिहास में पहली बार कोई प्रधानमंत्री चंदन कियारी में जनसभा करने आ रहे है.
चंदन कियारी में होगी कांटे की टक्कर
विधानसभा चुनाव के पहले चंदन कियारी में एनडीए को झटका भी लगा. उमाकांत रजक आजसू छोड़ झामुमो में शामिल हो गए. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उन्हें चंदन कियारी से प्रत्याशी बनाया है. जबकि भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी मैदान में है. उनके और उमाकांत रजक के बीच राजनीतिक लड़ाई 2005 से चली आ रही है. दोनों 2005 में पहली बार चुनावी मैदान में उतरे थे. उमाकांत रजक पेशे से बीएसएल कर्मी और अमर कुमार बाउरी शिक्षक थे. इस बार चंदन कियारी में फाइट टाइट है. नतीजा है कि प्रधानमंत्री चंदन कियारी में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंच रहे हैं. यह अलग बात है कि भाजपा ने चुनाव प्रचारकों की जंबो टीम झारखंड में उतार दी है. और इंडिया गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मोर्चा संभाले हुए हैं .तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी धुआंधार चुनाव प्रचार कर रही हैं. कांग्रेस के स्टार प्रचारको के कार्यक्रम तो बने हैं लेकिन जमीन पर कहीं दिख नहीं रहे हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो