टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : सीबीएसई की ओर से निजी स्कूलों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए सबसे पहले स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि एक माह के अंदर सभी स्कूल वेबसाइट बनाकर अपने यहां कार्यरत शिक्षकों की जानकारी बोर्ड को उपलब्ध कराएं. इसके लिए शिक्षकों के तमाम शैक्षणिक दस्तावेज भी वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे. इसके लिए बोर्ड की ओर से सभी स्कूलों को 15 फरवरी तक का समय दिया गया है. साथ ही यह भी कहा गया कि अगर आदेश का पालन नहीं किया जाता है तो स्कूलों की संबद्धता पर भी खतरा हो सकता है. आपको बताते चलें कि पूर्व में भी कई बार बोर्ड ने स्कूलों से कई जानकारी मांगी है, मगर स्कूल उसे उपलब्ध कराने में आनाकानी करते रहे हैं.
जानिए सीबीएसई के नोटिस में क्या लिखा है?
सीबीएसई के आधिकारिक नोटिस में कहा गया है, "बोर्ड ने सभी संबद्ध स्कूलों को अपनी वेबसाइट बनाने और शिक्षकों की योग्यता के साथ-साथ अन्य आवश्यक दस्तावेजों और सूचनाओं के बारे में जानकारी अपलोड करने का निर्देश दिया है. यह 'अनिवार्य सार्वजनिक प्रकटीकरण' ('Mandatory Public Disclosure') का एक हिस्सा है."
सीबीएसई ने यह निर्देश क्यों दिया?
- सीबीएसई ने नोटिस में कहा है कि कई बार निर्देश देने के बावजूद कई स्कूलों की वेबसाइट अभी भी सक्रिय नहीं है.
- कुछ स्कूलों की वेबसाइट तो है, लेकिन जरूरी जानकारी या तो अपलोड नहीं की गई है या अधूरी अपलोड की गई है.
- कुछ स्कूलों ने जानकारी अपलोड तो कर दी है, लेकिन लिंक काम नहीं कर रहे हैं.
- कुछ स्कूलों ने जानकारी अपलोड तो कर दी है, लेकिन वेबसाइट के होमपेज पर ये लिंक या आइकन साफ तौर पर दिखाई नहीं दे रहे हैं.