रांची(RANCHI): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दूसरे राजनीतिक पार्टियों के द्वारा उनके कथित चुनावी फ्रीबीज पर भाजपा पूरे देश में कोहराम मचाती रहती है, लेकिन तब क्या कहा जाए जब वहीं भाजपा त्रिपुरा में हर कॉलेज गर्ल को स्कूटी देने का वादा कर मतदाताओं को अपने पाले में लाने की कोशिश करे.
देश के गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने त्रिपुरा में युवा पीढ़ी के मतदाताओं को और खास कर लड़कियों को आकर्षित करने के लिए कॉलेज जाने वाली हर लड़की को फ्री में स्कूटी देने का वादा किया है.
सिपाहीजाला जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर त्रिपुरा में सत्ता में आए तो हम कॉलेज जाने वाली हर लड़की को मुफ्त में एक स्कूटी देंगे.
राज्य में दो परस्पर विरोधी शक्तियों का साथ आना भाजपा के मजबूत होने के सबूत
हालांकि उनके द्वारा यह दावा भी किया गया कि आज राज्य की दो परस्पर विरोधी शक्तियां वाम और कांग्रेस एक साथ खड़े होकर भाजपा को रोकने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन उनका साथ-साथ आना ही इस बात का परिचायक है कि राज्य में भाजपा के मुकाबले उनकी जमीन कमजोर पड़ चुकी है और भाजपा का मुकाबला करने के लिए उन्हे एक साथ आना पड़ा है.
मजबूत भाजपा चुनावी टोटकों को क्यों करी है इस्तेमाल?
लेकिन सवाल यह खड़ा हो रहा है कि यदि भाजपा अपने आप को इतना आत्मविश्वास से लबरेज पा रही है तो इन चुनावी टोटकों का इस्तेमाल क्यों कर रही है?
जानकार बताते हैं कि वाम दलों और कांग्रेस के साथ आने से भाजपा के सामने मुसीबत खड़ी हो गयी है, और खास कर टिपरा मोथा ने जिस प्रकार करीबन 20 सीटों को दिलचस्प बना दिया है, भाजपा को इसकी कांट खोजने में मुश्किल हो रही है. यह चुनाव अब भाजपा के इतना आसान नहीं रह गया है, बहुत संभव है कि चुनाव के बाद वाम, कांग्रेस और टिपरा मोथा की संयुक्त सरकार देखने को मिले. यही कारण है कि भाजपा के द्वारा अब उस चुनावी टोटकों की घोषणा की जा रही है, जिसका विरोध वह दिल्ली और दूसरे राज्यों में करती रही है.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार