Patna- अब तक पूरे देश में नामांतरण का खेल खेलती रही भाजपा को अब उसी की भाषा में जवाब मिलने की शुरुआत हो चुकी है और इस नायाब जवाबी हमले की शुरुआत कहीं और से नहीं, उसी बिहार से हुई है, जिसके मुखिया नीतीश कुमार है, वह नीतीश कुमार जो पीएम मोदी के साथ इस संघर्ष के क्षणों में भी अपने अटल प्रेम को छुपाते नहीं. अभी चंद दिन पहले ही वह राजधानी दिल्ली से आंखों का इलाज और श्रद्धेय अटलजी को श्रद्धांजलि देकर लौटे हैं.
अभी 16 अगस्त को ही अपने राजनीतिक गुरु अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देकर लौटे हैं सीएम नीतीश
हालांकि अपने राजनीतिक आदर्श को श्रद्धांजलि देकर पटना लौटे सीएम नीतीश कुमार ने यह कल्पना भी नहीं की होगी कि उनका ही काबीना मिनिस्टर भाजपा को उसी की भाषा में जवाब देने का हौसला दिखला जायेगा. लेकिन यह कारनामा लालू के बड़े सुपुत्र तेजप्रताप यादव ने कर दिखलाया और राजधानी पटना में स्थित अटल बिहारी पार्क का नया नामांकरण कोकोनट पार्क करने का एलान कर दिया.
आरएसएस और भाजपा पर हमलावर रहा है लालू परिवार
ध्यान रहे कि तेज प्रताप यादव अपने पिता लालू यादव और भाई तेजस्वी यादव की तरह ही लगातार आरएसएस और भाजपा की नीतियों को इस देश की अखंडता और शोषित वंचितों के खिलाफ षडयंत्र बताते रहे हैं, कहा जा सकता है कि लालू परिवार में आरएसएस और भाजपा को लेकर कभी कोई दुविधा नहीं रही, पिछले तीन दशकों की राजनीति इसका गवाह है, यह परिवार कभी भी भाजपा के दवाब में नहीं आया. हालांकि इसके विपरीत उनके चाचा और सीएम नीतीश कुमार आज भी अटल बिहारी के शासन काल को अपना आदर्श मानते हैं, इस बात की सार्वजनिक घोषणा भी करते हैं कि एक प्रधानमंत्री और राजनेता के रुप में अटल बिहारी वाजपेयी ने ना सिर्फ उनको राजनीति की सीढ़ियों पर चढ़ने का अवसर प्रदान किया बल्कि संकट के पलों में उनका मार्गदर्शन भी किया.
यहां हम यह भी ध्यान दिला दें कि पहले भी इस पार्क का नाम कोकोनट पार्क ही था, लेकिन 2018 में जब चाचा नीतीश भाजपा के साथ खड़े थें, बड़े ही धूम धड़ाके के साथ इसका नामांकरण अटल बिहार पार्क के रुप में किया गया था. इधर तेज प्रताप की यह घोषणा हुई, उधर भाजपा के नये सम्राट चौधरी हमलावर हो गये, लेकिन आशा के विपरीत उनके निशाने पर तेज प्रताप यादव नहीं थें, उनकी शिकायत तो उस नीतीश कुमार से थी, जो चंद दिन पहले ही अपनी अटल प्रेम की कथा दुहरा रहे थें. नीतीश कुमारा को सावधान करते हुए सम्राट ने कहा कि कहीं राजद आपका भी नामांतरण नहीं कर दें, हालांकि सीएम नीतीश को सावधान करते वक्त सम्राट चौधरी यह भूल गयें कि उनका नामांतरण तो भाजपा और वह खुद पहले ही कर बैठे हैं, आज के दिन बिहार में सुबह से लेकर शाम तक पलटू राम की सत्यनारायण कथा तो भाजपा ही सुनाती रहती है.