रांची(RANCHI): झारखंड का राजनीतिक पारा पिछले कुछ महीनों से गरम है. लेकिन आज यानी 17 नवंबर को ये पारा उबाल पर पहुंच गया और ये उबाल कब तक रहेगा इस पर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता. दरअसल, आज सीएम हेमंत सोरेन ईडी कार्यलय पहुंचे हैं और उनसे पूछताछ चल रही है. हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं हुआ है कि ये पूछताछ कब तक चलेगी.
ED दफ्तर जाने से पहले हेमंत ने की पीसी
बता दें कि हेमंत सोरेन ने पीसी कर ईडी की जांच पर सवाल उठाए हैं और उन्हें झूठे केस में फंसाने का आरोप बीजेपी पर लगाया है. सीएम हेमंत ने कहा कि ईडी द्वारा साहेबगंज जिले में जो 1000 करोड़ के अवैध खनन का आरोप लगाया गया, वह संभव नहीं है. सीएम ने ये भी कहा कि ईडी को अपनी जांच दुरुस्त करने पर विचार करना चाहिए. इसके पीछे सीएम ने कई तर्क भी दिये हैं और यही तर्क ईडी की पूछताछ में भी सीएम अपने बचाव में रखेंगे. चलिए जानते हैं कि सीएम ने क्या तर्क देकर ईडी की जांच पर सवाल उठाए हैं. सीएम ने आगे ये भी कहा कि इससे यह भी लगता है कि राज्य की मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने रवि केजरीवाल से मुझे अवैध खनन में फंसाने के लिए बयान दिलवाए हैं. रवि केजरीवाल JMM का एक सदस्य था और वर्ष 2020 में निष्कासित किए जाने के पहले वह झामुमो का कोषाध्यक्ष के पद पर था. उसके खिलाफ JMM के द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी. तब से रवि केजरीवाल मेरा जानी दुश्मन बन चुका है और मुझे आश्चर्य नहीं होगा यदि वे मुझसे व्यक्तिगत प्रतिशोध लेने के लिए मेरे उपर गलत आरोप लगाए. वहीं, इस दौरान हेमंत ने राज्यपाल पर भी कई सवाल खड़े किए.
पीसी के बाद भाजपा का हेमंत से सवाल
प्रेस वार्ता में सीएम हेमंत सोरेन ने कई सवाल खड़े किए और सीधे सभी सवालों से भाजपा और राज्यपाल को घेरने का काम किया है. मुख्यमंत्री के सवाल पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि हमें लगता है कि जो व्यक्ति संवैधानिक पद पर बैठा है उससे इस तरह की बयानबाजी उचित नहीं है. मुख्यमंत्री को सिर्फ समन जारी कर बुलाया है उन्हें दोषी नहीं माना है. फिर भी आखिर उन्हें डर क्यों लग रहा है. मुख्यमंत्री एक तरह से आंकड़ों के हिसाब से अवैध खनन मामले में बचाव करते दिख रहे है. उन्होंने कहा ऐसा क्यों किया यह तो वहीं जाने लेकिन ऐसा लगता है कि घोटाले उनके ही देख रेख में हुआ है. इसी वजह से उसका बचाव कर रहे है.
जांच को प्रभावित करना चाहते हैं सीएम हेमंत : भाजपा
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि इस तरह से सबूत दिखाकर किसी जांच को प्रभावित करना भी कानून का उल्लंघन है. सीएम संविधान के विपरीत चल रहे हैं. देश में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी राज्यपाल पर केस दर्ज किया गया है. इस सरकार ने सभी मर्यादा को तार-तार कर दिया है. वहीं, रवि केजरीवाल पर भाजपा ने कहा कि समय होते ही अपने दोस्तों को भूल जाते हैं हेमंत सोरेन. रवि केजरीवाल किस पार्टी के है यह सभी लोग जानते है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची