पटना(PATNA):बिहार में पहले मछली,,फिर संतरा और अब सत्तू पर राजनीति गरमा गई है.बिहार में सत्तू ने चुनावी पारा हाई कर दिया है.जिसको लेकर पक्ष और विपक्ष को लेकर वार पलटवार चल रहा है.देश के गृह मंत्री अमित शाह ने सीमांचल के एक मंच से लालू परिवार पर वार करते हुए बयान दिया था, तो लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने अमित शाह को बिहारी सत्तू पीने की सलाह दी है, और कहा है कि अमित शाह को सत्तू पीना चाहिए इससे दिमाग ठंडा रहता है.अब जदयू ने पलटवार करते हुए कहा है कि लालू लंबे समय तक जेल में सत्तू का सेवन करते रहे हैं.अभी हेमंत और केजरीवाल सत्तू का सेवन कर रहे हैं और तेजस्वी भी जेल जाने ही वाले हैं.
तेजस्वी यादव ने अमित शाह को बिहार की सत्तू पीने की सलाह दी है
आपको बताये कि सत्तू बिहार की एक पहचान है.बिहार की पहचान लिट्टी का स्वाद भी सत्तू की ही वजह से है.चुनावी माहौल में बिहार में, बिहार की पहचान सत्तू को लेकर ही राजनीति हो रही है.दरअसल देश के गृहमंत्री अमित शाह अपने बिहार दौरे के क्रम में कटिहार पहुंचे थे.चुनावी मंच से अमित शाह ने लालू परिवार पर जमकर हमला बोला था जिस पर जवाब देते हुए लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने अमित शाह को बिहार की सत्तू पीने की सलाह दी है, तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह जब भी बिहार आए सत्तू जरूर पिएं, इससे दिमाग ठंडा और शांत रहता है.
पढ़ें तेजस्वी यादव पर जदयू ने क्या पलटवार किया
तेजस्वी के इस बयान के बाद मोर्चा जदयू ने संभाला.जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि सत्तू वैसे तो बिहार का लोकप्रिय खाद्य और पेय पदार्थ है,लेकिन जेल के कैदियों को विशेषरूप से दिया जाता है,ताकि दिमाग शांत रहे.लालू यादव जेल में लंबे समय तक इसका सेवन करते रहे हैं.अभी हेमंत और केजरीवाल सत्तू के सेवन कर रहे हैं.सत्तू जेल का अनुभव है,जो विरासत के रूप में तेजस्वी यादव को मिला है.दरअसल यह लालू प्रसाद यादव की राजनीति का स्टाइल है.लालू अक्सर सत्तू, भूंजा, चोखा जैसे ठेंठ बिहारी व्यंजन की, ठेंट बिहारी अंदाज में चर्चा करते रहे हैं.अभी एक सप्ताह पहले सत्तुआनी के दिन लालू यादव बैठकर सत्तू खा रहे थे, अब तेजस्वी यादव उसी सत्तू को राजनीति की थाली में लपेटकर पेश कर रहे हैं.