Bihar: बिहार में पोस्टिंग के दौरान आईपीएस की नौकरी छोड़ने वाली काम्या मिश्रा पहले अधिकारी नहीं है. इसके पहले भी 1992 बैच के अधिकारी अजीत जॉय ने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया था. बिहार के दरभंगा में ग्रामीण एसपी के पद पर तैनात आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा के इस्तीफे की चर्चा कोयलांचल में खूब हो रही है. लोग जानना चाह रहे हैं कि आखिर क्या वजह रही कि तेज -तर्रार महिला आईपीएस अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया. हालांकि इस्तीफा की वजह उन्होंने पारिवारिक कारण बताया है. 2019 बैच की आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा केवल 28 साल की है. 22 साल की उम्र में उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी की परीक्षा पास की थी.
ओडिसा की मूल निवासी काम्या मिश्रा ने अखिल भारतीय रैंक 172 हासिल की थी. पुलिस सेवा की शुरुआत में उन्हें हिमाचल कैडर आवंटित किया गया था. फिर बाद में बिहार कैडर में ट्रांसफर कर दिया गया. काम्या मिश्रा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है. उनके पति अवदेश दीक्षित वर्तमान में बिहार के मुजफ्फरपुर में सिटी एसपी के पद पर तैनात है. दोनों ही 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी है. वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के मर्डर केस में गठित एसआईटी को वह लीड कर रही थी और बहुत जल्द ही इस केस का खुलासा हो गया था.
सूचना यह भी आ रही है कि हाल ही के दिनों में उन्होंने राज्य सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि वह अपनी नौकरी छोड़ना चाहती है. ऐसा होने पर उन्हें किसी भी तरह का सेवानिवृत्ति लाभ नहीं मिलेगा. क्योंकि उन्होंने अपनी सेवा के 20 वर्ष पूरे नहीं किए है. सरकार को अभी इस संबंध में अंतिम निर्णय लेना बाकी है. सरकार को भी प्रक्रियाओं का पालन करने और उनका इस्तीफा स्वीकार करने में कुछ समय लग सकता है. बिहार के दरभंगा में ग्रामीण एसपी का पद सृजित होने के बाद काम्या मिश्रा इसी साल मार्च महीने में दरभंगा की पहली ग्रामीण एसपी बनी है. ग्रामीण एसपी से पहले पटना सचिवालय ए एसपी के पद पर तैनात थी. उन्होंने 5 वर्ष के अल्प कार्यकाल में बेहतरीन पुलिसिंग कर अपना नाम रोशन किया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो