Patna: उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए ने लगभग एडजस्ट कर दिया है. अब वह दो सालों के लिए राज्यसभा में जाएंगे. बिहार के काराकाट से चुनाव हार गए थे उपेंद्र कुशवाहा, इधर मनन मिश्रा भी राज्यसभा जाएंगे. उपेंद्र कुशवाहा का कार्यकाल 2 साल का होगा जबकि मनन मिश्रा का कार्यकाल 4 सालों का होगा. उपेंद्र कुशवाहा को बीजेपी और जेडीयू ने आपसी सहमति से लोकसभा सांसद विवेक ठाकुर के इस्तीफा से खाली हुई सीट पर राज्यसभा भेज रहे है. विवेक ठाकुर का कार्यकाल 2 साल बचा हुआ था. वहीं मनन मिश्रा को भाजपा ने आरजेडी सांसद मिशा भारती के इस्तीफा से खाली हुई सीट पर राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है.
मिशा भारती पिछले साल ही राज्यसभा सांसद बनी थी. उनका 4 साल का टाइम बचा हुआ है. उनकी जगह निर्वाचित होने वाले बीजेपी के मनन मिश्रा अगले 4 साल तक राज्यसभा सांसद रहेंगे. उपेंद्र कुशवाहा और मनन मिश्रा ने बुधवार को नामांकन किया. बिहार विधानसभा सचिवालय में दोनों नेताओं ने अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. बताया जाता है कि राज्यसभा की दोनों सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों का निर्विरोध चुना जाना तय है. विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं दिया गया है.
इस स्थिति में राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग नहीं होगी. हाल के लोकसभा चुनाव में विवेक ठाकुर बीजेपी और मिशा भारती आरजेडी से सांसद चुने जाने के बाद राज्यसभा की दो सीटें खाली हुई थी. बीजेपी और जदयू के समर्थन से लोकसभा चुनाव में काराकाट से हार झेलने वाले राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को पहली सीट पर उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं दूसरी सीट पर भाजपा ने वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है. मनन मिश्रा के बारे में बताया जाता है कि एक दशक से अधिक समय से पहले उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी. अब वह राज्यसभा जाएंगे.