पटना(PATNA): बिहार में होली का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है. ऐसे में लालू प्रसाद यादव के बडे लाल और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव भी होली के रंग में रंगे दिखाई दिए. लेकिन ये होली का रंग अब राजनितिक रंग में तब्दील हो गया है. दरअसल, अपने आवास पर होली के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान तेज प्रताप ने वर्दी में खड़े अपने अंगरक्षक दीपक का नाम लेते हुए उन्हें अपने द्वारा गाए जा रहे गाने के बल पर डांस करने को कहा. ,तेज प्रताप ने अंगरक्षक को धमकी भी दे डाली की अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें सस्पेंड कर दिया जायेगा. इसके बाद अब जमकर राजनीति शुरू हो गई है. सत्ता में बैठे तमाम राजनीतिक दल राजद की कार्य संस्कृति और तेज प्रताप पर जमकर निशाना साध रहे हैं.
सत्ता में बैठी पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने तेज प्रताप यादव के इस बयान पर जमकर हमला बोला है. जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि अब तेज प्रताप यादव या फिर तेजस्वी यादव या फिर उन्हीं के तमाम नेताओं को यह समझ लेना चाहिए कि बिहार अब जंगल राज्य से बाहर निकल चुका है और बिहार बदल चुका है. बदलते बिहार की तस्वीर में ऐसे किसी भी हरकतों की कोई भी जगह नहीं है.
वहीं, दूसरी तरफ मौके की तलाश में बैठी भारतीय जनता पार्टी को भी राजद पर निशाना साधने का मौका मिल गया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि होली के मौके पर तेज प्रताप यादव द्वारा किया गया व्यवहार बिल्कुल राजद की संस्कृति को दर्शाता है और उसी के अनुरूप उन्होंने कार्य किया है. जब उनके माता-पिता का कुशासन बिहार में हुआ करता था तब सुरक्षा कर्मियों से इसी तरह का काम ये लोग करवाया करते थे. शायद तेज प्रताप यादव यह भूल गए हैं कि अब उनके माता-पिता का सुशासन नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन की सरकार है. भाजपा प्रवक्ता ने यहां तक कह दिया कि यदि तेज प्रताप यादव सुरक्षा कर्मियों से इस तरह का व्यवहार करते हैं तो सरकार द्वारा इस बात की समीक्षा करनी चाहिए कि उन्हें सुरक्षा की आवश्यकता है भी या नहीं है और ऐसे लोग जिन्हें ठुमका लगाने वाले लोगों की आवश्यकता है वह खुद से ढूंढ ले.
तेज प्रताप द्वारा बिहार पुलिस के जवान के साथ जिस तरह का दुर्व्यवहार किया गया उस पर बीजेपी और जेडीयू ने तो आरजेडी की कार्य संस्कृति पर ही सवाल खड़ा कर दिए हैं. लेकिन अभी तक इस पूरे मामले में राजद की तरफ से किसी भी तरह का कोई भी सफाई या बयान सामने नहीं आया है. ऐसे में अब देखना ये है की आखिरकार आरजेडी इस पूरे मामले पर क्या सफाई देती है.