भागलपुर(BHAGALPUR): सावन का पावन महीना चल रहा है, ऐसे भोलेनाथ के सभी भक्त बाबा की भक्ति में लीन है, लोग शंकर भगवान को प्रसन्न करने के लिए तीर्थ स्थानों और शिवालयों में पूरे महीने पहुंचते है, क्योंकि सावन के महीने में शिवलिंग पर जलाभिषेक करना काफी शुभ माना जाता है. वहीं सावन की सोमवारी का अपना ही एक महत्व है, जिसको देखते हुए सावन की सोमवारी पर भक्तों की भीड़ शिवालयों या मंदिरों में बढ़ जाती है, जिसकी वजह से कभी कभी भगदड़ भी मच जाता है, बिहार के जहानाबाद में बीते कल ही बाबा शिदेश्वर मंदिर में अचानक से मची भगदड़ मे जहां 8 लोगों की जान चली गई, तो वहीं दर्जनों लोग घायल हो गये थे, वहीं अब भागलपुर से लोगों की लापरवाही की तस्वीर सामने आयी है, जहां गहरे पानी में स्नान करने की वजह से भगदड़ मच गई.
बैरिकेटिंग के आगे जाने की वजह से डूबने लगी महिलाएं और बच्चे
आपको बताये कि बिहार के भागलपुर में सावन के चौथे सोमवार के मौके पर गंगा घाट पर स्नान के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुटी थी, जिसको देखते हुए प्रशासन से व्यापक इंतजाम भी किया था, लेकिन लोगों की लापरवाही की वजह से भगदड़ मच गई. आपको बता दें कि इससे नदी में प्रशासन की ओर से बैरिकेटिंग की गई थी, ताकि लोग इसके आगे ना जाये, वरना डूबने का खतारा है, लेकिन नहाने के दौरान कुछ लोग बैरिकेटिंग को पारकर गहरे पानी में चले गये. जिसकी वजह से वो डूबने लगे, इसी की वजह से घाट पर भगदड़ मच गई, और बैरिकेटिंग ही टूट गई.
एसडीआरएफ ने किया लोगों का रेस्क्यू
गनीमत थी कि एसडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात थी, जिसने समय पर पानी में कूदकर सभी की जान बचा ली, लेकिन यदि लोग प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें तो इस तरीके के हादसे नहीं होंगे. अपनी लापरवाही की वजह से अपने साथ दुसरे लोगों की जिंदगी भी खतरे में डाल देते है.