बिहार: परिवारवाद पर हमले के बीच बिहार में कम से कम तीन लोकसभा सीटों पर विरासत की राजनीति की धमक दिखेगी. एक तो फिलहाल विधायक हैं, लेकिन वह लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे ऐसी उम्मीद की जा रही है. तीन नेताओं में पहला नाम आता है लालू प्रसाद की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य का. दूसरा नाम आता है चिराग पासवान के सगे बहनोई अरुण भारती का और तीसरा नाम है राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह का .इन तीन में से रोहिणी आचार्य और अरुण भारती बिल्कुल नए हैं. जबकि सुधाकर सिंह फिलहाल विधायक हैं.
अभी रोहिणी के नाम की औपचारिक घोषणा नहीं हुई है
सिंगापुर में रहने वाली और पिता को किडनी देने वाली रोहिणी आचार्य लालू परिवार की विरासत की राजनीति संभालने आई हैं .रोहिणी आचार्य को सारण लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है. सारण लोकसभा सीट से ही पहली बार लालू प्रसाद यादव 1977 में लोकसभा के लिए चुने गए थे. यह अलग बात है कि रोहिणी के नाम की औपचारिक घोषणा नहीं हुई है, पर पारिवारिक सूत्रों ने बताया है कि उनका नाम तय हो गया है. रोहिणी ने हाल ही में सारण लोकसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाया है. यह अलग बात है कि बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी लालू प्रसाद पर एक टिप्पणी कर निशाने पर आ गए हैं. उनकी पार्टी में भी उन पर सवाल उठ रहे हैं. डिप्टी सीएम ने लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा था कि टिकट बेचने में लालू प्रसाद ने बेटी को भी नहीं छोड़ा. पहले बेटी से किडनी ली और उसके बाद चुनाव का टिकट दे रहे है.सम्राट चौधरी के इस बयान की विपक्ष के साथ उनकी पार्टी के लोग भी निंदा कर रहे हैं.
रोहिणी आचार्य ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि ओछी सोच और ओछी चरित्र वालों की हर ओछी बात का जवाब जनता की अदालत में दूंगी. जनता ही न्याय करेगी. इस बार दिवंगत रामविलास पासवान के परिवार का भी विस्तार होने वाला है. चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती को जमुई सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है. जमुई में पहले ही चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. होली के बाद अरुण भारतीय नामांकन दाखिल कर सकते हैं. इन दोनों के अलावा विधायक सुधाकर सिंह को बक्सर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है. बक्सर में सातवें चरण में मतदान होना है .पिछले दो चुनाव में राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह उम्मीदवार होते आए हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो