पटना(PATNA): कांग्रेस पार्टी की ओर से राहुल गांधी के नेतृत्व में देश में कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की जा रही है. भारत जोड़ो यात्रा के तहत ही कांग्रेस अब बिहार जोड़ो यात्रा भी शुरू करने वाली है. 28 दिसंबर से इसकी शुरुआत बांका से बोधगया तक शुरू होगी. हालांकि, इस यात्रा में राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे. इसकी जानकारी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने संयुक्त रूप से दी.
पटना सदाकत आश्रम में काँग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के अगली कड़ी के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 5 राज्यों से गुज़र चुकी है. भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत काफी अच्छी रही है. लोगों को सकारात्मक संदेश मिल रहा है.
“मोदी सरकार के नियत और नीतियों के कारण भारत टूट रहा है”
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का असर दिखने लगा है. इसका नतीजा है कि प्रधानमंत्री चुनावी राज्य को छोड़ कर दक्षिण के राज्यों में सभा कर रहे हैं. मोदी सरकार के नियत और नीतियों के कारण भारत टूट रहा है. समाज का विभाजन भाजपा के द्वारा किया जा रहा है. जबकि कांग्रेस एकता चाहती है. तीन चुनौतियों को देखते हुए भारत यात्रा की शुरुआत की गई. राहुल गांधी के यात्रा में कई संस्थाएं आते हैं. यह चुनावी यात्रा नहीं है. यह भारत को जोड़ने की यात्रा है. उन्होंने कहा कि मुख्य यात्रा 28 दिसंबर बिहार के बांका से बोधगया के लिए निकलेगा. यात्रा की दूरी 1200 किलोमीटर होगी. यह यात्रा 17 जिलों से गुजरेगा. छुटे 21 जिलों में अलग भारत जोड़ो यात्रा होगा. जिसमें कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि आर्थिक विषमताओं के खिलाफ आवाज़ उठाएंगे. सामाजिक धुर्वीकरण और सामाजिक तानाशाही के खिलाफ यह यात्रा होगा. साथ ही बिहार के कई मुद्दे को भी उठाया जाएगा.