TNP DESK- बिहार में एक मंत्री की शपथ से पीएम और सीएम विरोधियों के निशाने पर है. उपेंद्र कुशवाहा के मंत्री बने पुत्र अभी खूब चर्चा में है. लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट डाला है. यह पोस्ट धूम मचा रहा है. कहा है कि सासाराम में जमानत जब्त कराने वाले निर्दलीय प्रत्याशी रामनारायण पासवान के काउंटिंग एजेंट बने दीपक प्रकाश बिना चुनाव लड़े, नीतीश सरकार में मंत्री बन गए है. है ना मोदी- नीतीश का जादू!! दरअसल विधायक या एमएलसी होने पर ही कोई व्यक्ति मंत्री बनता है, लेकिन उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा, वह एमएलसी भी नहीं है.
लेकिन 20 नवंबर को शपथ ग्रहण के ठीक पहले उनके मंत्री पद की शपथ लेने की खबर आई. उसके बाद तो राजनीति में भूचाल आ गया. बिहार में बहुत सारे लोग ऐसे थे, जो उनका चेहरा पहली बार देखा था. दरअसल, नीतीश कैबिनेट में राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक सीट मिली, तो उन्होंने अपने बेटे दीपक प्रकाश का नाम भेज दिया. जबकि उनकी पत्नी समेत चार विधायक उनके पास थे.
बेटे के मंत्री बनने से उपेंद्र कुशवाहा विरोधियों के निशाने पर आ गए है. उन पर परिवारवाद का आरोप लग रहा है. बताया जाता है कि यह मामला तब और अधिक चर्चा में आ गया, जब दीपक प्रकाश ने अपनी मां स्नेह लता के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राम नारायण पासवान का काउंटिंग एजेंट बने थे. उनका परिचय पत्र वायरल हो गया. विपक्षी दलों ने इसे लपक लिया,अब तेज प्रताप यादव ने इसी तस्वीर के आधार पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
