पटना(PATNA):बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने के लिए साजिश हो रही थी.ईओयू ने अपनी जांच में इसका खुलासा किया है. EOU के अनुसार 12 फरवरी को एनडीए सरकार के फ्लोर टेस्ट के दौरान बड़ी साजिश रची गयी थी.जदयू के विधायकों को खरीदने की कोशिश हुई थी.पैसे के प्रलोभन में नहीं आने पर अपहरण तक की धमकी दी गयी थी.
विधायकों द्वारा एडवांस के रूप में कुछ पैसे लेने का साक्ष्य मिले हैं
वही कि कुछ विधायकों द्वारा एडवांस के रूप में कुछ पैसे लेने के साक्ष्य अनुसंधान के दौरान आर्थिक अपराध इकाई को मिले हैं. आर्थिक अपराध इकाई को यह भी सबूत मिले हैं कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल में बैठे लोगों के माध्यम से सत्तारूढ़ गठबंधन के कई विधायकों को खरीद फरोख्त करने की कोशिश गई थी.
EOU के डीआईजी ने न किया बड़ा खुलासा
ईओयू ने कहा है कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार विश्वास मत में हार जाती तो विधायकों को दूसरे राज्यों में हवाला के जरिए पूरे पैसे दिए जाते. इस बात की पुष्टि ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने की है.