टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : तेलंगाना में निर्माणाधीन टनल में फंसे गुमला के चार मजदूर परिवारों की बेचैनी बढ़ती जा रही है. क्योंकि मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है, लेकिन मजदूरों के नाम पुकारे जाने पर भी कोई जवाब नहीं मिल रहा है. ऐसे में परिजनों की चिंता और बढ़ गई है. मजदूरों के सकुशल वापसी के लिए मंदिरों में पूजा की गई. गुमला जिला प्रशासन सभी मजदूर परिवार के एक-एक सदस्य को फ्लाइट से घटनास्थल पर ले जाएगा. साथ में जिले के दो पदाधिकारी भी जाएंगे. इधर मजदूर के परिजनों का कहना है कि अभी तक नहीं कुछ पता नहीं चला है, अब ईश्वर पर ही भरोसा है
पल-पल की ले रहे जानकारी- CM हेमंत सोरेन
वहीं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पल-पल की जानकारी ली जा रही है. कंट्रोल रूम ने तेलंगाना सरकार से संपर्क कर स्थिति की पूरी जानकारी ली. बताया कि फिलहाल एनडीआरएफ की टीम बचाव अभियान में जुटी हुई है.
बताते चलें कि तेलंगाना में निर्माणाधीन श्रीशैलम सुरंग की छत का एक हिस्सा ढह जाने से झारखंड के गुमला के चार मजदूरों समेत आठ लोग अंदर फंस गए हैं. बचावकर्मी सुरंग के 13 किलोमीटर अंदर पहुंचकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मालूम हो कि एसएलबीसी सुरंग नागर कुरनूल जिले को आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग से जोड़ती है. इसी सुरंग में हादसा हुआ है. सुरंग 1 किलोमीटर की जगह 2.6 से 3.3 मीटर तक ढह गई है. यह हादसा उस समय हुआ जब मजदूर वहां काम कर रहे थे.