रांची(RANCHI): जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के खिलाफ ईडी ने पांच हजार पन्नों का चार्जशीट दाखिल किया है. इस चार्ज शीट में नौकरी से लेकर जमीन हेरा फेरी और कब्जे का ज़िक्र है. खास कर कई जगहों पर कोर्ट को बताया है कि कैसे, कब और कहाँ जमीन कब्जा किया गया है. साथ ही किसके मिलीभगत से और दबाव से जमीन को कब्जे में लिया गया है.
ED के चार्जशीट में उल्लेख है कि CM के पूर्व सलाहकार पिंटू ने हेमंत सोरेन के सभी अवैध कामो में साथ दिया, साथ ही 18 मार्च को ED के पूछताछ में स्वीकार किया. बरियातू स्थित 8.86 एकड़ जमीन का सत्यापन CM हेमंत सोरेन के कहने पर अपने करीबी कर्मचारी उदय शंकर के मार्फ़त कराया था. उदय CMO में प्रेस सलाहकार के तौर पर काम करे पिंटू उर्फ अभिषेक प्रसाद के PA के तौर पर काम कर रहे थे. उदय ने ही CO मनोज कुमार और राजस्व कर्मचारी भानू प्रताप को जमीन के सत्यापन का काम दिया था. कभी मुख्यमंत्री के सबसे करीबी और सबसे बड़ा राजदार पिंटू ने ED को बरियातू के उक्त जमीन के अलावा भी दो तीन अन्य बेशकीमती जमीन की जानकारी ED को दिया है जिससे जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री की मुश्किलें आने वाले समय मे बढ़ने वाली है . ED के पांच हजार पन्नो वाले चार्जशीट में कई अन्य तथ्य है जो हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन सहित कई अन्य की मुश्किलें बढ़ाने वाली है. Charge sheet में बरियातू के करोड़ो के जमीन को हथियाने के लिए कैसे आर्किटेक्ट बिनोद सिंह को शामिल किया , कैसे नक्शा पास करा बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना थी इन सभी बातों का विस्तृत उल्लेख है. Chargesheet में कुछ नए खुलासे भी है जो पिंटू ने पूछताछ में ED को बताया है. पूर्व CM से जुड़ी कई अन्य अहम जानकारियां ईडी के साथ शेयर किया है , जैसे किस प्रकार से कल्पना सोरेन के डीड पार्टनेर रहे रणजीत के सहयोग से कई अन्य बेसकीमती जमीन को कब्जाने की योजना थी. ट्रांसफर पोस्टिंग में कैसे धन वसूली होती थी कुल मिलाकर हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री रहते जो भी अवैध काम हुए या भ्रस्टाचार हुए उससे जुड़ी कई संवेदनशील जानकारी शामिल है.
इधर इस मामले में अब गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि चार्जशीट में कल्पना का भी जिक्र है. हेमन्त के करीबी में शुमार अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू ने कई राज ईडी को बताया है. ऐसे में जेल में बंद हेमन्त सोरेन की मुश्किलें और बढ़ने वाली है.
निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि ईडी की पूछताछ में पिंटू ने कई जानकारियां ईडी को दी है. जिसका जिक्र ईडी ने अपने चार्जशीट में भी किया है. सिर्फ बड़गाई अंचल की जमीन नहीं बल्कि हेमन्त सोरेन ने पावर का इस्तेमाल कर कई जमीन पर कब्जा जमा रखा है. जल्द ही सभी जमीन का खुलासा ईडी करेगी. निशिकांत दुबे ने साफ कहा कि इस पूरे खेल में पूरा सोरेन परिवार जेल जाएगा. पूरे परिवार ने मिल कर लूटने का काम किया है. खुद को आदिवासी होने का रोना रोते है लेकिन गरीब आदिवासी की जमीन को लूटने में लगे रहते है.
निशिकांत दुबे ने यह भी कहा कि सीता सोरेन एक साफ छवि की नेत्री है. उनके पति दुर्गा सोरेन उनके अच्छे मित्र थे. पहला चुनाव जिताने में भी उनका बड़ा हाथ था. ऐसा नहीं है कि भाजपा में शामिल होने के बाद वह सीता को साफ छवि का बता रहे है. सीता सोरेन को इस परिवार ने हमेशा अलग समझा है.सत्ता की मलाई खुद खाने में व्यस्त रहते है.
बता दे कि अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू से कई बार ईडी पूछताछ कर चुकी है. पिंटू के ठिकानों पर अवैध खनन से लेकर जमीन घोटाले तक छापेमारी की है. इस छापेमारी में कई दस्तवेज और डिजिटल गैजेट्स को जब्त किया है. उसके बाद लंबी पूछताछ की गई है. बताया जाता है कि पिंटू ने पूछताछ के क्रम में कई जानकारियां ईडी को दी है. याद रहे कि पिंटू के ठिकानों पर हेमन्त सोरेन की गिरफ्तारी से पहले तीन जानवरी को छापेमारी हुई थी.इसके बाद पिंटू से पूछताछ और फिर 31 जनवरी को हेमन्त सोरेन की गिरफ्तारी. हेमन्त सोरेन की गिरफ्तारी बड़गाई अंचल की 8.50 एकड़ जमीन के कब्जे के आरोप में हुई है.इस जमीन पर कथित रुप से हेमन्त सोरेन के कब्जे का दावा किया गया है. हालांकि इस जमीन पर कब्जे के आरोप को हेमन्त सोरेन से सडयंत्र का हिस्सा बताया है.