पटना(PATNA) : साल 2020 के विधानसभा चुनाव में रोजगार चुनावी मुद्दा था. राजनीतिक दलों पर रोजगार देने के लिए दबाव भी था. वहीं लोकसभा चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन की ओर से युवाओं को लुभाने के लिए आज राज्य में एक लाख 20 हजार 336 युवाओं को नियुक्ति पत्र बाँटी गई.
एक साथ 1 लाख 20 हजार से ज्यादा को मिला नियुक्ति पत्र
राजधानी पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान यू तो कई इतिहास का गवाह रहा है और आज एक बार फिर इसी गांधी मैदान में देश में पहली बार महागठबंधन की सरकार ने एक साथ 1 लाख 20 हजार से ज्यादा नियुक्ति पत्र देकर इतिहास रच दिया है. इसके लिए गांधी मैदान में एक मेगा शो का आयोजन किया गया जहां खुद मुख्यमंत्री ने 25 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटा.
जो वादा किया वो निभा रहा: उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव
इस ऐतिहासिक मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साथ तेजस्वी यादव ने भी कई सफल अभ्यर्थियों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र दिया. साथ ही इस मौके पर तेजस्वी ने कहा की हमने जो बिहार के युवाओं से वादा किया था उसे हम लगातार पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा की यह तो आगाज है और एक विभाग के तरफ से बहाली है. अभी तो लाखों नौकरी देनी शेष है.
जितम राम मांझी ने शिक्षक बहाली प्रक्रिया में धांधली का लगाया आरोप
एक तरफ सरकार गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बांट रही थी ठीक उसी समय पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपने आवास पर असफल शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ पंचायत कर रहे थे. जीतनराम मांझी का आरोप है की शिक्षक बहाली की प्रक्रिया में धांधली और बड़ा घोटाला हुआ है.
महागठबंधन के अंदर श्रेय लेने की होड़ शुरू
महागठबंधन की सरकार की इस उपलब्धि पर महागठबंधन के अंदर ही श्रेय लेने का होड़ शुरू हो गया है. बीच बचाव में मुख्यमंत्री को उतरना पड़ा था और उन्होंने राजद के नेताओं को इशारों ही इशारों में कहा की यह उपलब्धि एक पार्टी की नहीं बल्कि पूरी सरकार की है। उपेंद्र कुशवाहा के साथ साथ बीजेपी का भी मानना है की सरकार जो 1 लाख 20 हजार से ज्यादा जो आंकड़ा दिखा रही है वह गलत है.
नियुक्ति पत्र में बड़े पैमाने पर भष्ट्राचार और नेताओं की पैरवी हुई: चिराग पासवान
बिहार के 27 जिलों के 25 हजार सफल शिक्षक को गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बाँटी गई इसके अलावा हर जिले में प्रभारी मंत्री और डी एम के हाथों हजारो सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटा गया. गांधी मैदान में सैकड़ो बस से सफल अभ्यर्थियों को पटना लाया गया था. आज नियुक्ति पत्र मिलने के बाद अब यह सभी नव नियुक्त शिक्षक स्कूलों में अपनी सेवा देना शुरू कर देगें. चिराग पासवान ने नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा की इसमें बड़े पैमाने पर भष्ट्राचार और नेताओं की पैरवी हुई है.
आजाद भारत में यह पहली बार हुआ है जब कोई राज्य सरकार ने इतने बड़े पैमाने पर नियुक्ति पत्र बाँटी हो,सच मे महागठबंधन की सरकार की यह एक बड़ी उपलब्धियों में सबसे ऊपर रखा जाएगा.