टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : आपने कई ऐसे लोगों को देखा होगा जो सोशल मीडिया पर अपने बच्चों की तस्वीर को पोस्ट करने से परहेज करते हैं. खासकर सेलिब्रिटीज अपने बच्चों क चेहरा सोशल मीडिया से बचाते हुए नजर आते है. उन्हें ऐसा करता देख लोगों को यही लगता है कि वह अपने बच्चों की प्रीवीसी रखने के लिए ऐसा कर रहे हैं या उनका यह कोई पब्लिसिटी स्टंट है. मगर हर किसी का कारण एक जैसे नहीं होने है. दरअसल कई ऐसे लोग हैं जो अपने बच्चों की तस्वीरें इसलिए नहीं शेयर करते क्योंकि सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीर का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे बचने के लिए बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखते हैं.
मार्क जुकरबर्ग भी अपने बच्चों का चेहरा करते है हाइड
सोशल मीडिया के दो बड़े प्लेटफार्म यानी फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सबसे ज्यादा यूजर्स पाए जाते हैं. फेसबुक पर इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म की शुरुआत मार्क जुकरबर्ग ने की है. जिस व्यक्ति ने इन प्लेटफार्म की शुरुआत की है वह खुद इस पर अपने बच्चों की तस्वीर को पोस्ट करने से बचते हैं. कई बार ऐसा देखा गया है कि जब भी मार्क जुकरबर्ग अपनी फैमिली फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हैं तो उसमें वह अपने बच्चों के चेहरे को हाइड कर देते हैं. ऐसे में ये सोचने वाली बात है कि जिन्होंने इस प्लेटफार्म को बनाया है वह खुद इसके इस्तेमाल में सतर्क हैं.
बच्चों के फोटो का गलत इस्तेमाल
लोग जैसे ही बच्चों के फोटोस को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं वो कंट्रोल से बाहर हो जाता है और धड़ाके से इंटरनेट पर वायरल हो जाता है. यह फोटो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच जाता है. ऐसे में कोई भी आपके बच्चों के फोटो का इस्तेमाल गलत तरीके से कर सकते हैं. अमेरिका से एक मामला सामने आया है जहां बच्चों की फोटो को अश्लील साइट्स पर पाया गया है. कई ऐसे साइट्स है जहां बच्चों के फोटो को एडिट कर वीडियोस में इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बच्चों की फोटो के साथ सावधान रहें. क्योंकि कल को आपके बच्चे के फोटोज भी ऐसी साइट पर जा सकते हैं और गलत तरह से इसका उपयोग किया जा सकता है.
ट्रोलिंग पड़ सकता है महंगा
साथ ही सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां हर कोई अपनी बात को रखता है. जहां लोगों को कुछ भी कहने का पूरा अधिकार होता है और इस अधिकार का कई लोग गलत इस्तेमाल भी करते हैं. यदि आप बड़े हैं समझदार हैं तो शायद आपको लोगों की बातों का फर्क ना पड़े मगर बच्चे ऐसे ट्रोलिंग और बुलीइंग का शिकार होते हैं. उनके पर मेंटल असर पड़ सकता है. बच्चों के अंदर वह क्षमता नहीं होती है कि इसे संभाल सके.
सोशल साइट से दूर रखें
कम उम्र में ही उन्हें इन सब चीजों का सामना करवाने से अच्छा है कि आप उन्हें सोशल साइट से दूर रखें. जब वह खुद समझदार हो जाएंगे और उन्हें सोशल साइट्स का ज्ञान हो जाएगा तो वह अपने हिसाब से इसका इस्तेमाल करेंगे. मगर इससे पहले शायद उन पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है.